नई दिल्ली. झारखंड में विधानसभा चुनाव 27 नवंबर से पांच चरणों में कराए जाएंगे. चुनाव 18 दिसंबर को संपन्न होंगे. मतगणना 23 दिसंबर को होगी.
निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला ने आज यहां झारखंड विधानसभा के चुनाव का कार्यक्रम की घोषणा करते हुए बताया कि झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण में 27 नवंबर को राज्य के 30 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कराया जाएगा. दूसरे चरण में दो दिसंबर को 15 विधानसभा क्षेत्रों में और तीसरे चरण में आठ दिसंबर को सात विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कराया जाएगा. चौथे चरण में 12 दिसंबर को 14 विधानसभा क्षेत्रों में और पांचवे चरण में 18 दिसंबर को 15 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कराया जाएगा.
पहले चरण के लिए अधिसूचना तीन नवंबर को जारी की जाएगी. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 10 नवंबर होगी. इसके अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी और 13 नवंबर तक नाम वापस लिए जाएंगे. मतदान 27 नवंबर को होगा. दूसरे चरण के लिए अधिसूचना सात नवंबर को जारी की जाएगी. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 14 नवंबर होगी. इसके अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी और 18 नवंबर तक नाम वापस लिए जाएंगे. मतदान दो दिसंबर को होगा. तीसरे चरण के लिए अधिसूचना 13 नवंबर को जारी की जाएगी. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर होगी. इसके अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी और 23 नवंबर तक नाम वापस लिये जायेंगे. मतदान 8 दिसंबर को होगा. चौथे चरण के लिए अधिसूचना 17 नवंबर को जारी होगी. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 24 नवंबर होगी. इसके अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी और 27 नवंबर तक नाम वापस लिए जाएंगे. मतदान 12 दिसंबर को होगा और अंतिम चरण के लिए अधिसूचना 24 नवंबर को जारी होगी. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि एक दिसंबर होगी. इसके अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी और चार दिसंबर तक नाम वापस लिए जाएंगे. मतदान 18 दिसंबर को होगा.
निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही राज्य में आज से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. गौरतलब है कि राज्यपाल के. शंकरनारायणन की सिफारिश पर केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद झारखंड विधानसभा को कल भंग कर दिया गया था. झारखंड विधानसभा पिछले जनवरी माह से निलंबित थी. निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों की घोषणा करते ही राजनीतिक दलों अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश और महाराष्ट्र विधानसभा में मिली कामयाबी से कांग्रेस के नेता खुश हैं.
झारखंड विधानसभा दो मार्च 2005 को वजूद में आई थी. इसकी दूसरी विधानसभा के साढ़े चार साल के कार्यकाल में प्रदेश में चार मुख्य मंत्रियों ने सत्ता संभाली. इस दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के शिबू सोरेन दो बार मुख्यमंत्री बने. भारतीय जनता पार्टी के अर्जुन मुंडा और निर्दलीय मधु कौड़ा ने भी मुख्यमंत्री पद संभाला. इस साल 19 जनवरी से राष्ट्रपति शासन लागू है जिसकी समयावधि अगले साल 18 जनवरी को समाप्त हो रही है, जबकि झारखंड विधानसभा का कार्यकाल सामान्य रूप से 9 मार्च 2010 को समाप्त होने वाला है.
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