स्टार न्यूज़ एजेंसी
रामपुर (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने टांडा में जनसभा को संबोधित करते हुए सीधे स्थानीय मुद्दे पर लोगों से सवाल किया. उन्होंने कहा कि चुनाव के वक़्त नेता लोगों से बहुत वादे करते हैं, कहते है कि ये कर देंगे, वो कर देंगे, लेकिन करते कुछ भी नहीं. आप लोगों के क्षेत्र में पुल की ज़रूरत है, आप लोग इसकी मांग कब से कर रहे हो?
राहुल गांधी के सवाल पर जनता ने बताया कि उनकी यह मांग पिछले बीस सालों से है, जिसे उत्तर प्रदेश की किसी भी सरकार ने पूरा नहीं किया. राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव के वक़्त मुलायम सिंह जी कह रहे हैं, बिजली मुफ्त में देंगे, जब ख़ुद मुख्यमंत्री थे तो लोगों के घरो में चार घंटे ही बिजली आती थी. भीड़ ने तुरंत कहा कि चार घंटे तो बहुत ही कम, ज़्यादातर दो घंटे ही बिजली आती थी. जनता के इस जवाब पर राहुल गांधी ने कहा कि अब वो कह रहे है कि बिजली मुफ्त देंगे. मुफ्त बिजली कहां से मिलेगी? पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश में कोई भी कारख़ाना नहीं लगा. बिजली आसमान से टपकेगी? इस सवाल पर जनता के बीच से आवाज़ आई कि राहुल गांधी के विकास से बिजली आएगी.
उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय से सवाल पूछते हुए कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं कि वह मुसलमानों के नेता हैं. क्या पिछले 22 सालों में मुलायम सिंह जी ने या फिर किसी और सरकार ने आप लोगों के लिए कुछ किया? क्या आप लोगों को विकास के साथ जोड़ा? बच्चों को उच्च शिक्षा हासिल हुई? स्वास्थ्य सुविधाएं मिली? या फिर आप लोगो को रोज़गार दिया?’’ सवालों की इस झड़ी में जवाबों में भी नहीं की झड़ी लग गई. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने यह तमाम सुविधाएं दी हैं.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल में बदल देंगे, जब बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था और लोग परेशान थे, तो उस वक़्त वहां कोई नहीं गया और अब चुनाव है तो हैलिकॉप्टर से वहां गए, उतरे और कहा कि बुंदेलखंड को बदल देंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं ख़ुद बुंदेलखंड गया, वहां जाकर मैंने लोगों से बात की, उनके साथ खाना खाया, उनके कुंओं का पानी पीया, क्योंकि मैं ख़ुद लोगों की परेशानी को समझना चाहता था. बुंदेलखंड के किसानों ने बताया कि प्रदेश में भाजपा, सपा और बसपा की सरकार रही, इन सभी पार्टियों के नेताओं ने सिर्फ़ वादे ही किए, आम आदमी की मदद के लिए कुछ नहीं किया. हम उन्हें प्रधानमंत्री जी के पास ले गए और प्रधानमंत्री जी ने आठ हज़ार करोड़ रुपये की मदद की.
राहुल गांधी ने कहा कि यह काम केंद्र सरकार का नहीं था, उत्तर प्रदेश की सरकार का था, लेकिन फिर भी हमने उनकी मदद की. क्यों? क्योंकि हम आम आदमी की सरकार चलाते हैं, लोगों की इज्ज़त करते हैं, यह काम उत्तर प्रदेश के नेता नहीं करते.
उन्होंने कहा कि हमारे पास बुनकर समुदाय के लोग आए और उन्होंने हमें बताया कि बुनकरों के पास काम नहीं है, सिर पर बहुत क़र्ज़ हो गया है और कोई मदद नहीं कर रहा. हम उन्हें भी प्रधानमंत्री जी के पास ले गए, वहां बुनकरों ने कहा कि हम हिंदुस्तान के रहने वाले हैं, काम करना चाहते हैं, लेकिन राज्य सरकार हमारा साथ नहीं दे रही. उनकी इस बात पर प्रधानमंत्री जी ने दो मिनट में ही कहा कि अगर राज्य सरकार आपका साथ नहीं दे रही तो न सही, लेकिन हम आपके साथ है और उनका क़र्ज़ माफ़ किया. हज़ारों करोड़ो रुपये की मदद की, धागे पर छूट दिलाई, बुनकर क्रेडिट कार्ड दिलाया. इसके बाद बुनकरों ने कहा कि केंद्र सरकार हमारी मदद कर रही है, लेकिन अगर यह पैसा राज्य सरकार के हाथ में जाएगा तो लोगों तक उनके हक़ का पैसा नहीं पहुंच पाएगा. इसलिए यह पैसा सीधा हमारे बैंक के खातो में ही जमा हो, तो अब उनकी मदद का पैसा सीधा उनके खातों में भेजा जा रहा है, लेकिन मायावती जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का नाटक है.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सरकार का काम जनता की मदद करने का होता है, चोरी करने का नहीं. हम आम आदमी की लड़ाई लड़ते हैं, जब भट्टा-पारसौल में किसानों पर अत्याचार हुआ तो उनकी लड़ाई कांग्रेस पार्टी ने लड़ी.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आम आदमी के हक़ की बात करती है, तो विपक्ष के लोग सवाल करते हैं कि पैसा कहां से आएगा? पैसा आप लोगों की मेहनत से ही सरकार के पास आता है, आप लोग दूसरे राज्यो में जाकर काम करते हो और उन राज्यों को धीरे-धीरे विकास की ओर बढ़ाते हो, पैसा वहां से आता है. केंद्र सरकार आपके पैसे को ही आपके पास भेजने का काम करती है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने सच्चर आयोग बनाया और जब सच्चर आयोग की रिपोर्ट में कहा गया कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग विकास में पिछड़ रहे हैं तो दिल्ली की सरकार ने हर ज़िले में उनके विकास के लिए पैसा भेजा. बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति के करोड़ों रुपये भेजे, जो उत्तर प्रदेश में जनता तक नहीं पहुंचे.
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी ने अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण देने का काम किया तो मुलायम सिंह जी ने कहा कि कम दिया, मैं होता तो ज़्यादा देता और जब पत्रकारों ने पहले उनसे इस बारे में सवाल किया था तो उस वक़्त मुलायम सिंह जी ने कुछ नहीं कहा, पूरी तरह से सन्नाटा था. ख़ुद तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन उस वक़्त भी उन्होंने यह काम नहीं किया और जब कांग्रेस पार्टी ने दिया तो कह दिया कि कम दिया, ज़्यादा होना चाहिए था.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मुलायम सिंह जी चुनाव के वक़्त सिर्फ़ वादे करते हैं कि बिजली मुफ्त देंगे, बुंदेलखंड को इजराइल में बदल देंगे, ज़रूरतमंदों को इलाज के लिए विदेश भेजेंगे, जबकि उत्तर प्रदेश में अस्पतालों को सही ढंग से नहीं चलाया. मायावती जी कहती हैं कि आरक्षण के मामले पर उन्होंने प्रधानमंत्री जी को चिट्ठी लिखी थी.
राहुल गांधी ने कहा कि पोस्टकार्ड लिखने मात्र से ही सब कुछ नहीं हो जाता. अगर मायावती जी चाहतीं तो ख़ुद भी यह काम कर सकती थीं. गैर-कांग्रेस सरकारों ने उत्तर प्रदेश को 22 साल तक चलाया, लेकिन किया कुछ भी नहीं, सिवाय वादों के.
उन्होंने कहा कि मैं यहां आप लोगों से वादे करने नहीं आया हूं. हमारा मक़सद उत्तर प्रदेश को बदलना है, उसको विकास में शामिल करना है. कांग्रेस पार्टी की सरकार लोगों के लिए जो भी कर सकती है, करती है. हम प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना चलाते हैं, राष्ट्रीय राजमार्ग बनाते हैं. लोगों को मनरेगा, सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार दिया और अब भोजन का अधिकार देने की बात कर रहे हैं. हम दूसरी पार्टियों की तरह ढेर सारे वादे नहीं करते, हम लिस्ट बना कर काम करते हैं और योजनाओं को लागू करते हैं.
इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राजनीतिक पार्टियां जाति और धर्म के नाम पर लोगों के साथ राजनीति करती हैं. उत्तर प्रदेश में लोगों को बेरोज़गारी भत्ता देने की बात की जाती है, रोज़गार नहीं मिलता, उच्च शिक्षा नहीं मिलती, स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलतीं.
उन्होंने जनता से पूछा कि क्या किसी ने पिछले पांच सालों में मायावती जी या फिर मुलायम सिंह जी को किसी गांव में देखा है या किसी से बात करते हुए देखा है? इस पर जनता ने कहा- नहीं.
राहुल गांधी ने बिजनौर की एक जनसभा में मौजूद सिख वर्ग के लोगों से कहा कि आपने हमें मनमोहन सिंह जी जैसे प्रधानमंत्री को दिया वह भी एक बार नहीं दो बार, इसके लिए मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूं.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं आप लोगों के साथ खड़ा हो सकता हूं, आपका हाथ पकड़ सकता हूं, आपकी आवाज़ को विधानसभा और संसद में पुहंचा सकता हूं, लेकिन उत्तर प्रदेश में बदलाव लाने का काम आप लोगों को ही करना है. जब तक उत्तर प्रदेश के लोग जाति और धर्म की बातें छोड़कर एक साथ खड़े नहीं होंगे, उस वक़्त तक प्रदेश में बदलाव नहीं आ सकता. उत्तर प्रदेश का विकास नहीं हो सकता, और उत्तर प्रदेश को विकास में शामिल किए बिना हिंदुस्तान आगे नहीं बढ़ सकता. इसलिए अभी सही वक़्त है, उठो, जागो और बदलो उत्तर प्रदेश को.

स्टार न्यूज़ एजेंसी
बरेली (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने आज एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने ने लोगों से कहा कि इस क्षेत्र में ज़री का काम होता है, आप लोगों के लिए बसपा और सपा की सरकार ने क्या किया? कुछ भी नहीं. आपके नेता कहते हैं कि ये कर देंगे, वो कर देंगे, लेकिन करते कुछ नहीं. सिरौली में एक पुल की ज़रूरत है, क्या आप लोग बताएंगे कि इस पुल की मांग आपने कब की थी? राहुल गांधी के इस सवाल के जवाब में जनता ने कहा कि लगभग पिछले बीस सालों से इस पुल को बनाने की मांग की जा रही है, लेकिन किसी भी नेता ने खोखले वादे करने के अलावा कुछ नहीं किया.
उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में जब जनता से पिछले 22 सालों में उत्तर प्रदेश में रही ग़ैर कांग्रेसी सरकारों के साथ उनके अनुभव के बारे में पूछा तो, जनता ने उन्हें बताया कि पिछली ग़ैर कांग्रेसी सरकारों के शासन में जनता को सिर्फ़ लूटा ही गया है. इसके बाद राहुल गांधी ने बताया कि मैं जब भी उत्तर प्रदेश के किसी गांव में जाता हूं तो वहां के लोग मुझे यही बताते हैं कि उन्हें लूटा जा रहा है.
राहुल गांधी ने जनता से सवाल किया कि क्या किसी ने भी पिछले पांच सालों में किसी भी नेता को किसी गांव में लोगों के बीच देखा है या फिर उनसे बात करते हुए देखा है? इस सवाल के जवाब में जनता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के नेता कभी भी अपने क्षेत्र में दिखाई ही नहीं देते.  इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नेता ऐसा इसलिए करते है, क्योंकि वह समझते हैं कि जनता को कुछ भी समझ नहीं है, लेकिन मैं यह बात जनता हूं कि जितनी जानकारी यहां की जनता को है, वह न तो किसी मंत्री को है और न ही लखनऊ मै बैठे हुए नेताओं को है.
उन्होंने कहा कि आप लोग महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा जैसे राज्यों में काम की तलाश में जाते हो, वहां काम करते हो और उन राज्यों में विकास करते हो, जबकि आप लोगों को ख़ुद आपके ही प्रदेश में काम नहीं मिलता है. राहुल गांधी ने लोगों से कहा कि आप लोग दूसरे राज्यों में जाकर काम करते हो, सड़कें बनाते हो, उद्योगों को चलाते हो, जिससे उन राज्यों का विकास होता है और विकास से ही सरकार के पास पैसा आता है. अगर आप दूसरे राज्यों में जाकर काम करने वाले मज़दूरों से बात करेंगे तो वह आपको बताएंगे कि वे उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. सही बात है या नहीं? राहुल गांधी ने जनता से यह सवाल किया तो हज़ारों लोगों ने एक साथ कहा कि सही बात है.
इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि इस क्षेत्र में ज़री का काम तो होता है, लेकिन नेता लोगों की मदद नहीं करते. दिल्ली में हमारी भी सरकार है. कांग्रेस पार्टी ने जनता को मनरेगा दिया, जिसमें काम करने वाले हर आदमी को 120 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 100 दिनों तक कुल 12000 रुपये देने की व्यवस्था की. बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था, किसान बेहाल थे तो उस वक़्त न तो वहां मुलायम सिंह जी गए और न ही मायवती जी. किसानों ने हमसे कहा तो हमने उनकी मदद की, प्रधानमंत्री जी ने उन्हें आठ हज़ार करोड़ रुपये का पैकेज दिया. इसके बाद बुनकर हमारे पास आए और बताया कि पिछले 22  सालों से राज्य सरकारें उनकी तरफ़ ध्यान नहीं दे रही हैं और न उनकी मदद कर रही हैं. प्रधानमंत्री जी ने उनका भी क़र्ज़ माफ़ किया, उन्हें करोड़ों रुपये का पैकेज दिया, बुनकर क्रेडिड कार्ड दिलाया, धागे पर छूट दी और अब उन्हें बैंक से दो लाख रुपये तक का लोन भी मिल रहा है.
इस पर मायावती जी कहती है कि यह सब कांग्रेस पार्टी का नाटक है, जब मैं आप लोगों के पास आता हूं, आपकी बात को समझने की कोशिश करता हूं तो कहा जाता है कि राहुल गांधी नाटक कर रहा है. मुलायम सिंह जी और बीजेपी के लोग पूछते है कि पैसा कहां से आएगा?
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हमारा काम दिल्ली की सरकार चलाना है, उत्तर प्रदेश की सरकार हम नहीं चलाते. हमारा काम आपके विकास और आपकी मदद के लिए पैसा भेजने का है, हम हज़ारों करोड़ रुपये भेजते भी हैं, लेकिन वह पैसा आप तक नहीं पहुंचता, उसे लखनऊ में बैठा जादू का हाथी खा जाता है. पिछले तीन-चार महीनों में मायावती जी ने अपने 22 मंत्रियों को हटाया है, जबकि उन मंत्रियों ने पांच सालों तक राज किया और जनता को लूटा. अब मायावती जी कहती है कि वह सब भ्रष्ट हैं और मैं उन्हें निकाल रही हूं.
बाबू सिंह कुशवाहा और नसीमुद्दीन जैसे नेताओं ने पैसा लूटा है और यह पैसा न तो प्रधानमंत्री जी का है, न सोनिया गांधी जी का और न ही उत्तर प्रदेश सरकार का, यह पैसा आपका है, जो सरकार के पास आपकी मेहनत की बदौलत आया है. सरकार के पास पहले पैसे की कमी थी, लेकिन अब नहीं. इसलिए अब कांग्रेस पार्टी जनता को भोजन का अधिकार देने की बात कर रही है, जिसमें हर ग़रीब परिवार को 35 किलो अनाज मिलेगा. इस योजना के लिए भी कांग्रेस सरकार हज़ारों करोड़ रुपये भेजेगी, लेकिन वह भी आप तक नहीं पहुंचेगा, क्योंकि उसे भी हाथी खा जाएगा. उन्होंने कहा कि चाहे हाथी हो या फिर साइकिल, दोनो को चलाने के लिए इतने रुपयों की ज़रूरत नहीं होती.
राहुल गांधी ने मुलायम सिंह को निशाने पर लेते हुए कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं कि मैं मुसलमानों का नेता हूं, लेकिन उनके लिए करते कुछ नहीं. राहुल गांधी ने सभा में बड़ी संख्या में मौजूद अल्पसंख्यक तबक़े के लोगों से पूछा कि आप लोग ही बताइए कि क्या मुलायम जी ने आप लोगों के लिए कुछ किया है? क्या आप लोगों को मदद मिली, क्या आपको बच्चों को अच्छी तालीम हासिल हुई? जिसके जवाब में लोगों ने कहा कि नहीं कुछ नहीं किया. इसके बाद कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ही सच्चर आयोग बनाया और अल्पसंख्यकों को विकास के लिए हज़ारों करोड़ रुपये भेजे, बच्चों की अच्छी तालीम के लिए करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति भेजी, जो असम, आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों तक तो पहुंच गई, लेकिन उत्तर प्रदेश में लोगों तक नहीं पहुंची.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण देने का काम किया और मुलायम सिंह जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कम आरक्षण दिया, अगर मैं होता तो ज़्यादा करता, लेकिन जब शुरुआत में पत्रकारों ने उनसे इस बारे में सवाल किया था तो उस वक़्त मुलायम सिंह जी ने कोई जवाब नहीं दिया, सिर्फ़ सन्नाटा ही था.  और तो और वह ख़ुद तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, उस वक़्त  उन्होंने कुछ नहीं किया. अगर वह चाहते तो अपनी सरकार के कार्यकाल में आरक्षण दे सकते थे, जैसे केरल और आंध्र प्रदेश की सरकारों ने दिया.
राहुल गांधी ने कहा कि हम यहां आप लोगों की लड़ाई लड़ने के लिए आए हैं. किसानों-मजदूरों का साथ देने के लिए आए हैं. पिछले 22 सालों में भाजपा, सपा और बसपा ने जनता से कई वादे किए हैं, लेकिन मैं आप लोगों से कोई वादा नहीं करूंगा. उन्होंने कहा कि जब तक, उत्तर प्रदेश में बदलाव नहीं आएगा, मैं यहां से पीछे नहीं हटूंगा, आप लोगों के साथ खड़ा रहूंगा. आप कांग्रेस पार्टी को पांच साल दीजिए, उत्तर प्रदेश में बदलाव शुरू हो जाएगा और अगले दस सालों में कोई भी उत्तर प्रदेश को पहचान नहीं सकेगा. आप लोगों में शक्ति है, इसलिए उत्तर प्रदेश को बदलना की बड़ी बात नहीं है. अब आप लोगों को अपनी लड़ाई अपने लिए लड़नी है, जिसमें मैं आप लोगों के साथ खड़ा हूं.

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बरेली (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने ज़िले की भोजीपुरा विधानसभा क्षेत्र के धौरी टांडा क्षेत्र में विशाल जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने इस क्षेत्र के लोगों से सरकार और जनता की बीच जुड़ाव से संबंधित सवाल पूछा. उन्होंने कहा कि पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलो ने कभी जात के नाम पर तो कभी धर्म का सहारा लेकर अपनी सरकारें बनाई हैं. क्या आप लोगों को पिछले 22 सालों की सरकार में कोई मज़ा आया? क्या आप लोगों को सरकार से कुछ हासिल हुआ? क्या प्रदेश का विकास हुआ? जनता ने राहुल गांधी के इन सवालों का एक के बाद एक ‘‘नहीं’’ कहकर जवाब दिया.
राहुल गांधी ने सपा नेता मुलायम सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि अब चुनाव का वक़्त है तो मुलायम सिंह जी कह रहे हैं कि बिजली मुफ्त में देंगे, लेकिन बिजली कहां से आएगी? जब पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश में एक भी नया कारख़ाना नहीं लगा. मुलायम सिंह जी अब कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल में तब्दील कर देंगे, लेकिन अगर वह बुंदेलखंड के लोगों से जाकर बात करेंगे तो उन्हें पता चल जाएगा कि वहां के लोगों को इजराइल नहीं विकास चाहिए, जिससे उनका और उनके बच्चों का भविष्य संवर सके.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं कि मैं मुसलमानों का नेता हूं. उन्होंने सभा में भारी संख्या में पहुंचे अल्पंख्यकों से से सवाल किया कि आप ही लोग बताइए, क्या पिछले 22 सालों में मुलायम सिंह जी ने आपक लिए कुछ किया है? राहुल गांधी के इस सवाल के जवाब में अल्पसंख्यक जनता के बीच में से ज़ोरदार  ढंग से नहीं की आवाज़ आई. इसके बाद उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सभी के लिए काम किया है. कांग्रेस पार्टी ने ही सच्चर आयोग की स्थापना की और उसकी रिपोर्ट को लागू किया. दिल्ली से केंद्र सरकार ने अल्पसंख्यको के विकास के लिए हज़ारों करोड़ रुपये भेजे, बच्चों की शिक्षा के लिए करोड़ों की स्कॉलरशिप भेजी, जो केरल पहुंच गई,आंध्र पहुंच गई, असम पहुंच गई, लेकिन दिल्ली से सटे हुए उत्तर प्रदेश में ही नहीं पहुंची.
अल्पसंख्यकों की भागीदारी से जुड़े विषय पर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आप लोगों ने ही हमें बताया कि उत्तर प्रदेश में 70 से ज़्यादा ज़िले हैं, लेकिन एक जिलाधिकारी और एक पुलिस अधीक्षक ही अल्पसंख्यक हैं. इस व्यवस्था में बदलाव होना चाहिए. आपने बताया और हमने अल्पसंख्यकों के लिए साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण की व्यवस्था की. इसके बाद मुलायम सिंह जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कम आरक्षण दिया, अगर मैं होता तो ज़्यादा देता.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी ख़ुद तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन उस वक़्त उन्होंने कुछ नहीं किया, जब उन्हीं की पार्टी के नेता रशीद  मसूद जी ने इस मुद्दे पर आवाज़ उठाई तो उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया और जब कांग्रेस आरक्षण देने की बात कर रही थी तो उस वक़्त मीडिया के लोगों ने उनसे इस बारे में सवाल किया था, उस वक़्त भी मुलायम सिंह जी कुछ नहीं बोले. अब कह रहे है कि कांग्रेस पार्टी ने कम दिया. मायवती जी कह रही है कि उन्होंने आरक्षण के मामले पर प्रधानमंत्री जी को चिट्टी लिखी थी, जबकि ख़ुद उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं, ख़ुद भी आरक्षण दे सकती थीं, जैसे दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दिया, लेकिन मायावती जी ने नहीं दिया.
राहुल गांधी ने कहा बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी जी ने पूरे देश में भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ यात्रा की, लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार दिखाई नहीं दिया और-तो-और उन्हें उत्तराखंड, कर्नाटक जैसे राज्यों में भी भ्रष्टाचार दिखाई नहीं दिया, जहां ख़ुद बीजेपी की ही सरकार है.
उन्होंने कहा कि ‘जब संसद में लोकपाल बिल पास कराना था, तो बीजेपी के लोगों ने बटन नहीं दबाया. लोकपाल बिल रोकने के बाद उस समय बीजेपी के तमाम नेता हंस रहे थे. इसके बाद बीजेपी के नेताओं ने कहा कि लोकपाल बिल हमारा सपना नहीं है. उस समय बीजेपी के लोगों ने जनता के बारे में नहीं सोचा.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि बुंदेलखंड के लोग हमारे पास आए और कहा कि बुंदेलखंड में सूखा पड़ा हुआ है, किसानों की हालत बहुत ख़राब है, लोगों का जीवन बहुत मुश्किल बन गया है और राज्य सरकार से किसी तरह की मदद नहीं मिल रही है, तो हम उन्हें प्रधानमंत्री जी के पास ले गए और उनकी मदद की. लेकिन इसके बाद भी लोगों के पास उनके हक़ का पैसा पहुंचा ही नहीं, क्योंकि उसे बीच में ही लखनऊ में बैठा हुआ जादू का हाथी खा गया. उन्होंने कहा कि मायावती जी ने उत्तर प्रदेश में पांच साल तक राज किया और अब 22 मंत्रियों को हटा दिया, क्योंकि वह सभी भ्रष्टाचार में लिप्त थे.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा आम आदमी के बारे में ही सोचती है. कांग्रेस पार्टी ने ही आम आदमी की मदद करने के लिए मनरेगा योजना लागू की, जिसके तहत हर काम करने वाले व्यक्ति को 120 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 100 दिन के कुल 12 हज़ार रुपये देने का क़ानून बनाया. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने किसानों का साठ हज़ार करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ किया और एक बार फिर से उनके लिए बैंक के दरवाज़े खोले. इसके बाद बुनकर हमारे पास आए और कहा कि उन पर भी क़र्ज़ है. कांग्रेस पार्टी ने उनका भी क़र्ज़ माफ़ किया, उनकी मदद की. बुनकरों को धागे पर छूट दिलाई, बुनकर क्रेडिट कार्ड दिलाया और बैंक से बुनकरों को दो लाख रुपये तक का लोन भी मिल रहा है.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि दिल्ली में 2004 से कांग्रेस पार्टी की सरकार है और जब 2004 में आम चुनाव हो रहे थे, उस वक़्त विपक्षी दलों ने 15-20 वादे किए, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने लोगों से सिर्फ़ एक ही वादा किया था कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो वह आम आदमी की सरकार होगी, सबकी सरकार होगी, अगर देश में विकास होगा तो वह सबके लिए होगा. उस समय विपक्ष में एनडीए के लोग थे, जिन्होंने अंग्रेजी नारा दिया ‘‘इंडिया शाइनिंग’’, जिसका मतलब है हिंदुस्तान चमकर रहा है. राहुल गांधी ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उस वक़्त एनडीए के लोग जनता के बीच नहीं आए, किसी से बात नहीं की और सच्चाई जाने बिना ही कह दिया कि हिंदुस्तान चमक रहा है.
कांग्रेस महासचिव ने लोगों को बताया कि उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां के नेता लोगों के पास नहीं जाते, उनसे बात नहीं करते हैं. उन्हें लगता है कि उन्हें सब कुछ पता है, लेकिन सच्चाई यह है कि जितनी जानकारी जनता को होती है, उतनी किसी नेता को नहीं होती. इसके बाद राहुल गांधी ने लोगों से सवाल किया कि क्या पिछले पांच सालों में उन्होंने कभी मुलायम सिंह जी या फिर मायवती जी को किसी गांव में जाते देखा है या फिर लोगों से बात करते हुए देखा है? जिसका जवाब भी लोगों ने ‘‘नहीं’’ कहकर दिया. लोगों से नहीं का जवाब सुनने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि यहां के नेता सिर्फ़ अफ़सरों की बात ही सुनते है, ख़ुद  कभी भी क्षेत्र में जाकर देखते नहीं. उन्हें लगता है कि अफ़सर जो कह रहे है, वह सब सही है.
राहुल गांधी ने बताया कि 2009 में चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के लोग हमारे पास समझौते का प्रस्ताव लेकर आए थे. उस वक़्त सपा के लोगों ने कहा कि आप उत्तर प्रदेश में हमारा साथ दो। इसके बाद आप दिल्ली में राज करना और हम उत्तर प्रदेश में राज करेंगे, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने सपा के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और जब समाजवादी पार्टी की हालत ख़राब होने लगी तो उन्होंने कल्याण सिंह को गले लगा लिया. लेकिन कांग्रेस पार्टी किसी से गले नहीं मिली और न ही किसी से समझौता किया. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ़ उत्तर प्रदेश की जनता से ही समझौता करेगी.
कांग्रेस महासचिव ने लोगों से कहा कि हम उत्तर प्रदेश में सिर्फ़ चुनाव जीतने नहीं आए है, हम उत्तर प्रदेश को बदलने आए हैं और जब तक उत्तर प्रदेश बदलेगा नहीं, उस वक़्त तक राहुल गांधी यहीं आम जनता के साथ खड़ा रहेगा. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आंध्र प्रदेश को बदला है, दिल्ली को बदला है, महाराष्ट्र को बदला है, असम को बदला है, हरियाणा को बदला, अब उत्तर प्रदेश की बारी है. आप लोग उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार लाइए, उसके बाद हम मिलकर इस प्रदेश को बदलेंगे और एक बार फिर से पिछड़ गए उत्तर प्रदेश को विकास की राह पर आगे बढाएंगे.
सातवें चरण में होने वाले मतदान के लिए अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान बरेली में हुई जनसभा में पहुंची भीड़ का आलम देखते ही बनता था. लोग मैदान में ठसाठस भरे हुए थे जिन्हें जगह नहीं मिल पाई वे घर की छतों और मैदान से सटी अगल-बगल की इमारतों पर खड़े होकर कांग्रेस महासचिव को ध्यान से सुन रहे थे. यहां हुई जनसभा में युवाओं के साथ-साथ मुस्लिम महिलाएं भी अपने बच्चों को गोद में लिए राहुल गांधी को सुनने पहुंची थीं.

स्टार न्यूज़ एजेंसी
पंचशील नगर (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा है कि हमारा देश तरक्क़ी कर रहा है, दूसरे देशों से भी लोग आकर यही कहते हैं कि हिंदुस्तान में प्रगति हुई है, लेकिन उत्तर प्रदेश में तरक्क़ी दिखाई नहीं देती.
हापुड़ में चौधरी ताराचंद डिग्री कॉलेज के मैदान में विशाल सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली जैसे दूसरे राज्यों में रोज़गार की तलाश में जाते हैं, जहां वह काम करके उन राज्यों को आगे बढ़ाते हैं, लेकिन आप लोगों का ख़ुद का प्रदेश विकास की राह में काफ़ी पिछड़ गया है, जिसका कारण पिछले 22 सालों में उत्तर प्रदेश में जनता के प्रति सरकारों की बेरुखी रही है.
राहुल गांधी की जनसभा में काफ़ी बड़ी संख्या में युवा भी पहुंचे, जिनसे उन्होंने सवाल किया कि पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश में भाजपा, सपा और बसपा की सरकार है, क्या आप लोगों को उन सरकारों में मज़ा आया? क्या आप लोगों का विकास हुआ? क्या उत्तर प्रदेश आगे बढ़ा? उनके इस सवाल पर हज़ारों युवाओं ने एक स्वर में कहा, ‘नहीं’.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां के नेता हों या फिर मुख्यमंत्री, लोगों के बीच नहीं आते, उनसे बात नहीं करते, उनकी दिक्कतों को नहीं समझते. राहुल गांधी रोषपूर्ण स्वर में कहा कि यहां एक बार मुख्यमंत्री बनने के बाद जनता की सुनने वाला कोई सामने नहीं आता, सिर्फ़ जनता को लूटने का काम होता है. मज़दूरों की, किसानों की, ग़रीबों की बात कोई नहीं करता, सिर्फ़ पैसे के बारे में बात करते हैं.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि दिल्ली में हमारी भी सरकार है और हम हमेशा ही आम आदमी और उसके हक़ के बारे में बात करते हैं. किसानों का 60 हज़ार  करोड़ का क़र्ज़ कांग्रेस पार्टी ने ही माफ़ किया. उन्होंने कहा कि जब भट्टा में किसानों पर ज़ुल्म हुआ तो, वहां उन्हें देखने कोई नहीं गया. जब मैं ख़ुद वहां पहुंच गया तो विपक्ष के लोगों ने कहा कि राहुल गांधी पागल हो गया है, मायावती जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का नाटक है. लेकिन कांग्रेस पार्टी हमेशा ही आम आदमी की पार्टी रही है और आम आदमी की ही सरकार चलाती है.
राहुल गांधी ने कहा कि आम आदमी की मदद के लिए ही कांग्रेस ने मनरेगा योजना शुरू की, जब बुनकर हमारे पास आए और उन्होंने कहा कि पिछले 22  सालों से सरकार उनकी तरफ़ ध्यान नहीं दे रही है, उन पर क़र्ज़ हो गया है तो कांग्रेस पार्टी ने ही बुनकरों का क़र्ज़ माफ़ किया, उन्हें बैंक से दो लाख रुपये तक का लोन, बुनकर क्रेडिट कार्ड दिया और उन्हें धागे पर छूट दी. पिछले 22 सालों में बुनकरों के लिए किसी ने कुछ नहीं किया. मुलायम जी आए, मायावती जी आई, लेकिन सिर्फ़ वादे किए, काम कुछ नहीं किया.
मुलायम सिंह को आड़े हाथों लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं कि मै मुसलमानों का नेता हूं. बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था, वहां के लोग परेशान थे, उस समय मुलायम सिंह जी वहां नहीं गए और अब कहते हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल में बदल देंगे. जब मुख्यमंत्री थे, उस समय बिजली नहीं दी और अब कह रहे हैं कि बिजली मुफ्त में देंगे.
आरक्षण के बारे में राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने ही सच्चर कमीशन बनाया और उसकी रिपोर्ट को लागू भी किया. बच्चों के लिए स्कॉलरशिप भेजी, जो केरल पहुंच गई, आंध्र प्रदेश पहुंच गई, बंगाल पहुंच गई, लेकिन उत्तर प्रदेश नहीं पुहंची. सारा पैसा ग़ायब हो गया. जब प्रधानमंत्री जी ने अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण दिया तो मुलायम सिंह जी कहा, कम दिया है, ज़्यादा होना चाहिए.  जबकि ख़ुद तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, उस समय कुछ नहीं किया, जब कांग्रेस पार्टी ने किया तो कह दिया कि कम दिया, मैं होता तो ज़्यादा करता. मायावती जी कहती हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री जी को इस बारे में चिट्ठी लिखी थी. राहुल गांधी ने कहा कि चिट्ठी लिखने से सब कुछ नहीं हो जाता, आप ख़ुद मुख्यमंत्री हैं, आप भी कर सकती थीं. कोई भी काम करने से ही होता है और कांग्रेस पार्टी ने काम किया है. काफ़ी सारी औद्योगिक इकाइयां हरियाणा में जा रही हैं, क्योंकि वहां कांग्रेस की सरकार काम करती है.
उन्होंने कहा कि पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश की जनता के साथ खिलवाड़ हो रहा है, लेकिन अब इसे ख़त्म करना है. उत्तर प्रदेश को बदलना है और यह काम उत्तर प्रदेश के युवाओं को करना है. राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के तमाम युवाओं का आह्वान किया कि धर्म और जाति की बात को छोड़कर आगे बढ़ना है और उत्तर प्रदेश को बदलना है.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि ‘‘हाथी और साइकिल को हटाइये, कांग्रेस का लाइए. 22 साल दूसरी पार्टियों को दिए हैं, पांच साल कांग्रेस पार्टी को दीजिए, उत्तर प्रदेश में बदलाव शुरू हो जाएगा और अगले 10 सालों में लोग उत्तर प्रदेश को पहचान नहीं पाएंगे.

स्टार न्यूज़ एजेंसी
बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश).
सवाल दर सवाल से भाषण की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी लोगों को यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश की जनता अपना मत देने से पहले अन्य दलों के विकास के दावे या वादों को कसौटी पर अच्छी तरह से परख लें. आज राहुल गांधी ने स्याना की जनता से जनना चाहा कि पिछले 22 सालों में ग़ैर कांग्रेसी सरकारों से क्या हासिल हुआ है. जवाब में सभा में मौजूद लोगों के हुजूम में मौजूद युवाओं के एक विशाल समूह ने कहा कि उन्हें भाजपा, सपा और बसपा के शासन में परेशानी, दंगा और बेरोज़गारी हासिल हुई है.
उन्होंने सभा में बड़ी संख्या में आए युवाओं में से एक 16 वर्षीय छात्र से उसका नाम पूछा, जिसने अपने सिर पर कांग्रेस का झंडा पहना हुआ था. उस छात्र में ने अपना नाम मोहम्मद शाकिद बताया. इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि शाकिद जैसे हज़ारों युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है, क्योंकि उत्तर प्रदेश में इन्हें रोज़गार मिलना बहुत ही मुश्किल है, इसके लिए इन्हें महाराष्ट्र, दिल्ली जैसे दूसरे किसी राज्य में जाना पड़ेगा, लेकिन मै चाहता हूं कि इन्हें उत्तर प्रदेश में ही रोज़गार मिले, यहां पर अस्पताल सही तरीक़े से चलें, छात्रों को अच्छी शिक्षा मिले और यह सब काम कांग्रेस पार्टी करेगी.
बुलंदशहर ज़िले के स्याना क्षेत्र में सभा को संबोधित करने पहुंचे कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा कि जब भट्टा-पारसौल, टप्पल में किसानों की ज़मीन बसपा सरकार ने ज़बरदस्ती ली तो कहा कि प्रदेश का विकास हो रहा है, लेकिन जब विकास के नाम पर हड़पकर बिल्डरों को आगे बेची गई ज़मीन का किसानों ने वाजिब मुआवज़ा मांगा तो उन्हें हक़ के बदले गोली मिली. यहां किसानों से ज़मीन लेकर बिल्डरों को दी जा रही है और उसका फ़ायदा हाथी हड़प रहा है. उत्तर प्रदेश में किसानों की ज़मीन पर बिल्डर कमाएगा और हाथी नोट खाएगा.
युवाओं के बाद राहुल गांधी ने किसानों से सवाल किया कि पिछले 22 सालों में उत्तर प्रदेश की सरकार ने क्या आप लोगों को ज़रूरत पड़ने पर पानी दिया, बिजली दी? सभा में आए तमाम किसानों जवाब में नहीं कहकर अपनी आवाज़ बुलंद की.
इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि जब हम किसानों के बीच गए तो किसानों ने हमें बताया कि किस तरह से क़र्ज़ के कारण उनका जीवन कठिन हो गया है और मदद के लिए न तो प्रदेश सरकार अपना हाथ बढ़ा रही है और न ही बैंक उन्हें नया क़र्ज़ दे रहे हैं. तब केंद्र सरकार ने किसानों का क़र्ज़ माफ़ किया और एक बार फिर से उनके लिए बैंक के दरवाज़े खोले.
राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नेता सिर्फ़ वादे ही करते है और जब वादे पूरे करने की बारी आती है, उस वक़्त सब ग़ायब हो जाते हैं. दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की सरकार है. 2004 में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले कांग्रेस पार्टी ने लोगों से सिर्फ़ एक ही वादा किया था, आम आदमी की सरकार का, जिसे पूरा भी किया. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हम काम करते हैं, इसलिए 2004 के बाद 2009 में लोगों ने कांग्रेस पार्टी को चुना. हम सबकी सरकार चलाते है, किसी एक जाति-धर्म की नहीं, लेकिन उत्तर प्रदेश पिछले 22 सालों से कोई काम नहीं हो रहा, सिर्फ़ जात और धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है.
राहुल गांधी ने कहा कि 2004 में सरकार बनने के बाद हम दूसरे नेताओं की तरह एसी कमरों में बैठे नहीं रहे. हम आप लोगों के पास आए और आपसे ही पूछा कि आपके लिए क्या कर सकते है? आपने ही हमें बताया कि गांव के मुक़ाबले शहरों में रोज़गार आसानी से मिल जाता है, जिसके कारण लगातार पलायान हो रहा है. युवा रोज़गार के लिए शहरों में बस जाते हैं और परिवार गांव में पीछे छूट जाता है. इसलिए गांव में भी रोज़गार मिलना चाहिए. कांग्रेस पार्टी ने हर काम करने वाले व्यक्ति को 120 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से साल में 100 दिनों तक कुल 12000 हज़ार रुपये देने का मनरेगा क़ानून बनाया. यह तब हुआ, जब हम आपके पास आए और आपने हमें बताया, लेकिन उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री मायवती जी कहती है कि मनरेगा से किसी को फ़ायदा नहीं होता. दूसरी तरफ़ बीजेपी के लोग सवाल उठाते है कि पैसा कहां से आएगा? जब हमने दिखा दिया कि आप लोगों ने देश की प्रगति की है, सरकार के पास पैसा उस तरक्क़ी के ज़रिये आता है, तो उन्होंने कहा कि पैसा ज़ाया हो रहा है.
कांग्रेस महासचिव ने लोगों को बताया कि कांग्रेस पार्टी अब लोगों को भोजन का अधिकार देने की बात कर रही है, जिसमें हर ग़रीब परिवार को 35 किलो अनाज दिया जाएगा. इस योजना के लागू होने के बाद देश में कोई भी भूखा नहीं रहेगा, लेकिन मायावती जी फिर से कह रही हैं कि यह कांग्रेस पार्टी का नाटक है. मुलायम सिंह जी और बीजेपी के लोग सवाल कर रहे है कि पैसा कहां से आएगा? राहुल गांधी ने कहा कि जब भी कांग्रेस पार्टी देश के लोगों के हित में कोई काम करती है तो विपक्ष के लोग उसे या तो कांग्रेस पार्टी का नाटक बताते हैं या फिर सवाल करते हैं कि पैसा कहां से आएगा?
राहुल गांधी ने कहा कि हमने सच्चर आयोग बनाकर उसकी सिफ़ारिशों को लागू किया. सच्चर आयोग की रिपोर्ट में कहा गया कि अल्पसंख्यक पिछड़ रहे हैं, उन्हें मदद की ज़रूरत है, तो हमने उनके विकास के लिए पैसा भेजा. छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए करोड़ों रुपये की छात्रवृति भेजी, जो केरल पहुंच गई, असम पहुंच गई, आंध्र प्रदेश पहुंच गई, महाराष्ट्र तक पहुंच गई, लेकिन उत्तर प्रदेश में नहीं पहुंची, क्योंकि यहां लोगों के हक़ का पैसा कभी हाथी खा जाता है, कभी साइकिल ले जाती है.
उन्होंने कहा कि चुनाव आ गए है तो मुलायम सिंह जी कहते हैं कि बिजली मुफ्त दे देंगे, लेकिन बिजली देंगे कहां से, जब पिछले 22 सालों से प्रदेश में कोई भी कारख़ाना नहीं लगा है. मुलायम सिंह जी चुनाव के वक़्त ही कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल में बदल देंगे, लेकिन जब बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था और लोग बेहाल थे, उस वक़्त वहां उन किसानों का हाल जानने के लिए कोई नहीं पहुंचा.
राहुल गांधी ने कहा कि जब बुनकर हमारे पास आए और हमसे कहा कि पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश की सरकार उनकी तरफ़ ध्यान नहीं दे रही है, जिसके कारण उनका व्यवसाय चौपट हो रहा है. उन्हें मदद की ज़रूरत है, तो प्रधानमंत्री जी ने उनका क़र्ज़ माफ़ किया और उनकी मदद की. बुनकरों को बैंक से दो लाख रुपये तक लोन और बुनकर क्रेडिट कार्ड देने की व्यवस्था की और अब मुलायम सिंह जी कहते हैं कि वह बुनकरों के हक़ की लड़ाई लड़ेंगे.
आरक्षण मुद्दे पर राहुल गांधी ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण दिया तो मुलायम सिंह जी ने कहा कि कम दिया, अगर वह होते तो ज़्यादा देते, लेकिन जब आरक्षण देने के बारे में पत्रकारों ने उनसे सवाल किया तो वह कुछ नहीं बोले, सिर्फ़ सन्नाटा ही था, और तो और वह ख़ुद तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, उस वक़्त भी उन्होंने यह काम नहीं किया और जब उन्हीं की पार्टी के रशीद मसूद जी ने आरक्षण देने की मांग की तो उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
राहुल गांधी ने सभा में आए तमाम लोगों से कहा कि आप लोगों ने दूसरे दलों को 22 साल दिए है, अब पांच साल कांग्रेस को दें, उत्तर प्रदेश में बदलाव दिखाई देने लगेगा और अगले दस सालों में दूसरे राज्य के लोग उत्तर प्रदेश को पहचान नहीं सकेंगे. हम यहां चुनाव जीतने नहीं आए है, हमारा मक़सद उत्तर प्रदेश को बदलना है. राहुल गांधी ने कहा कि जब तक उत्तर प्रदेश बदलेगा नहीं, तब तक राहुल गांधी यहीं लोगों के बीच में ही नज़र आएगा. उन्होंने कहा कि बदलाव लाने का काम युवा करते है और उत्तर प्रदेश के युवाओं पर मुझे पूरा भरोसा है. अब बदलाव का समय है, इसलिए हाथी और साइकिल को हटाओ और कांग्रेस की सरकार लाओ.

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अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश).
छर्रा विधानसभा क्षेत्र में जैसे ही कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पहुंचे, जनसभा में मौजूद हज़ारों लोगों के हुजूम ने गर्मजोशी के साथ उनका अभिनंदन किया. लोगों में इस गर्मजोशी को देखकर राहुल गांधी बरबस ही कह पड़े कि स मीटिंग में बहुत जोश है. उन्होंने अपना संबोधन, लोगों से उत्तर प्रदेश में पिछले 22 सालों में सत्ता में रही भाजपा, सपा और बसपा की सरकारों के रिपोर्ट कार्ड के बारे में सवाल करते हुए शुरू किया.
राहुल गांधी ने जनता से पूछा कि क्या पिछले 22 सालों में इन ग़ैर कांग्रेसी सरकारों ने प्रदेश में कोई विकास का काम किया है? जनता ने भी कुछ ही पलों में पिछली सरकारों के कामकाज को ध्यान में रखते हुए उन्हें नाकाम बताया और राहुल गांधी को नहीं में अपना जवाब सुनाया. जनता का जवाब सुनने के बाद राहुल गांधी ने लोगों को बताया कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार है, जो आम आदमी की सरकार है और वहां विकास हकीकत में दिखाई देता है. उन्होंने कहा कि 2004 में भी कांग्रेस पार्टी ने लोगों से यही कहा था कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो वह आम आदमी की सरकार होगी, हर धर्म की सरकार होगी, सबकी सरकार होगी, न कि बसपा या फिर सपा के विचारों की सरकार होगी, जो धर्म और जाति के नाम पर सत्ता हासिल करते हैं और प्रदेश के मात्र 10 फ़ीसदी लोगों की सरकार बनाते हैं, बाक़ी 90 फ़ीसदी जनता की तरफ़ कोई ध्यान नहीं देते.
राहुल गांधी ने कहा कि 2004 में बनी आम आदमी की सरकार ने आम आदमी की सोच की मदद से मनरेगा दिया, ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना दी. सूचना का अधिकार दिया, किसानों का क़र्ज़ माफ़ किया और उनके लिए बैंक के दरवाज़े एक बार फिर से खोले, जब बुनकर व्यवसाय डूब रहा था और जब उन्होंने कांग्रेस से मदद मांगी तो हम उन्हें प्रधानमंत्री जी के पास ले गए, जहां दो मिनट में ही प्रधानमंत्री जी ने उनकी मदद की. बुनकरों का क़र्ज़ माफ़ किया और उनके लिए दो लाख रुपये तक बैंक लोन और बुनकर क्रेडिट कार्ड की व्यवस्था भी की. इसके बाद जब बुनकरों ने बताया कि अगर उनके हक़ का पैसा अगर लखनऊ पहुंच गया तो सब ग़ायब  हो जाएगा, इसलिए उनको दिया जाने वाला पैसा सीधा उनके खाते में ही जमा हो, तो हमने वह व्यवस्था भी की.
इसके बाद अचानक कांग्रेस महासचिव की नज़र वहां खड़े लगभग 20 वर्षीय युवा पर पड़ी. मंच से ही राहुल गांधी ने उस युवा से उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम सलमान बताया. इसके बाद उन्होंने उस युवा से उसके कामकाज के बारे में सवाल किया तो सलमान ने बताया कि वह चाय बेचता है. सलमान की यह बात सुनकर राहुल गांधी ने कहा कि यहां पर सलमान चाय बेचता है, मेहनत करता है और दूसरी तरफ़ लखनऊ में लोग उसके हक़ और विकास का पैसा खा जाते हैं. सलमान यहां पर अपना पसीना बहाता है और लखनऊ में उसकी मेहनत की इज्ज़त तक नहीं की जाती.
कांग्रेस महासचिव ने बड़े ही रोचक अंदाज़ में कहा कि मुलायम सिंह जी कहते है कि मुफ्त में बिजली देंगे, इसके बाद उन्होंने सलमान से सवाल किया कि सलमान तुम ख़ुद  बताओं कि क्या बिजली मुफ्त में ही आ जाती है? राहुल गांधी के इस सवाल पर सलमान ने कहा कि बिजली तो आती ही नहीं. इसके बाद राहुल गांधी ने सलमान से पूछा कि क्या आज तक किसी दूसरे नेता ने तुमसे कभी बात की, या फिर तुमसे कुछ पूछा? इस सवाल के जवाब में सलमान ने तपाक से जवाब दिया कि हमें आज तक किसी भी नेता ने नहीं पूछा, ग़रीबों की कोई नहीं सुनता.
राहुल गांधी ने लोगों से कहा कि मेहनत करने का जो जज़्बा, ईमानदारी और जानकारी यहां सलमान के पास है, वह लखनऊ में बैठे हुए नेताओं के पास नहीं है. मैं यहां ऐसे ही युवाओं के हाथ खोलने आया हूं, उनका साथ देने के लिए आया हूं, ताकि उत्तर प्रदेश का भविष्य सुधर सके. जिस दिन उत्तर प्रदेश में युवाओं के हाथ खुल गए तो उस दिन उत्तर प्रदेश विकास की राह पर तेज़ी से दौड़ने लगेगा, जिसे सारा देश देखेगा.
उन्होंने लोगों से कहा कि आप लोग हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र और तमाम उन राज्यों में जाकर देखिए, जहां कांग्रेस पार्टी की सरकार है. आपको वहां पर विकास दिखाई देगा, प्रगति दिखाई देगी. उत्तर प्रदेश में सब केवल विकास की बात ही करते हैं, लेकिन जब विकास करने की बारी आती है, तो कोई दिखाई नहीं देता. लेकिन अब उत्तर प्रदेश की जनता की उम्मीदों के साथ बहुत खिलवाड़ हो चुका है, अब इसे बदलना है और बदलाव के इस काम की सबसे ज़्यादा ज़िम्मेदारी युवाओं पर है, क्योंकि वही देश का भविष्य हैं.
आख़िर में कांग्रेस महासचिव ने एक बार फिर अपने अडिग इरादों के बारे में बताते हुए कहा कि जब तक उत्तर प्रदेश में बदलाव नहीं आएगा, मैं यहां से हटूंगा नहीं. हमेशा आपके साथ ही खड़ा रहूंगा.

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मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश). कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने चरथावल क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करने से पहले हज़ारों लोगों से सवाल करके उन्हें इस प्रदेश की बदहाली के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया. राहुल गांधी ने लोगों से पूछा कि उत्तर प्रदेश में पिछले 22 सालों से बीजेपी, सपा और बसपा की सरकार है, क्या आप लोगों को इन सरकारों के कार्यकाल के दौरान मज़ा आया? क्या पिछले 22 सालों में आप लोगों को उत्तर प्रदेश में विकास दिखाई दिया? क्या उत्तर प्रदेश बाक़ी दूसरे राज्यों की तरह आगे बढ़ा? हज़ारों लोगों ने सोचकर एक साथ जवाब दिया, नहीं!
इसके बाद राहुल गांधी ने एक और सवाल दाग़ा कि जिन्होंने पिछले 22 सालों में उत्तर प्रदेश पर राज किया और विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया, क्या वो अब उत्तर प्रदेश को बदल पाएंगे? उनके इस सवाल पर जनसभा में कुछ पलों के लिए सन्नाटा छा गया. इस सन्नाटे को तोड़ते हुए राहुल गांधी ने ही लोगों के बताया कि जो लोग पिछले 22 सालों में कुछ नहीं कर सके, तो अब क्या करेंगे?
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विपक्षी राजनीतिक दल प्रदेश को तोड़ने की राजनीति करते हैं. जात-बिरादरी के नाम पर लोगों को आपस में लड़ाते है और राज करते हैं. हमारी भी सरकार है 2004 से दिल्ली में, लेकिन हम जात और धर्म की बात नहीं करते, हम आम आदमी की बात करते हैं, जिसमें हर तबके के लोग शामिल हैं.
राहुल गांधी ने लोगों से सवाल किया कि क्या पिछले पांच सालों में किसी ने भी मुलायम सिंह जी या फिर मायावती जी को किसी गांव में लोगों से बात करते हुए देखा है? जनता ने कहा नहीं. उन्होंने बताया कि मैंने उन्हें दिल्ली में देखा है. मायावती जी 30 फुट ऊंची दीवारों से घिरे हुए घर के अंदर ही रहती हैं. उत्तर प्रदेश में सरकार लोगों की इज्ज़त नहीं करतीं. इज्ज़त का मतलब होता है कि सरकार लोगों के पास आए, उनसे उनकी समस्याओं के बारे में बात करे और पूछे कि उनके लिए क्या किया जा सकता है?
कांग्रेस महासचिव ने सपा मुखिया पर निशाना साधते हुए कहा कि मुलायम सिंह जी कहते है कि मै मुसलमानों का नेता हूं. तीन बार वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, उन्होंने क्या किया?क्या उन्होंने मुसलमानों को उच्च शिक्षा में शामिल किया-नहीं. क्या ग़रीब तबक़े के लोगों को उनका हक़ दिया-नहीं. क्या बुनकरों की मदद की, नहीं. कांग्रेस पार्टी ने सच्चर कमीशन बनाया और उसकी रिपोर्ट को लागू किया. हमने दिल्ली से मुस्लिम समुदाय के पिछड़े तबक़े की मदद के लिए करोड़ों रुपया भेजा, जो लोगों तक नहीं पहुंचा. करोड़ों रुपये छात्रवृति के लिए भेजे. वो पैसा दिल्ली से चला तो आंध्र पहुंच गया, केरल पहुंच गया, मणिपुर और मिजोरम भी पहुंच गया, लेकिन दिल्ली से 100 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश में नहीं पहुंचा. उत्तर प्रदेश में पैसे का सिर्फ़ एक ही रूट है, दिल्ली-लखनऊ, जहां पहुंचकर यह सारा पैसा ग़ायब हो जाता है.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मुसलमानों के लिए साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण का इंतज़ाम किया तो मुलायम सिंह जी कहने लगे कि कम दिया, मैं होता तो ज़्यादा देता,  जबकि ख़ुद तीन बार उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री रहे, तब उन्होंने कुछ नहीं किया और आरक्षण देने के बारे में पत्रकारों ने उनसे सवाल किया तो उस वक़्त भी कुछ नहीं बोले, सिर्फ़ सन्नाटा ही था. उन्हीं की पार्टी में रहे राशीद मसूद जी ने इस बारे में आवाज़ उठाई थी, तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो विकास हुआ है, उसमें आपका हाथ है. हरियाणा और पंजाब में लहराती हुई फसलों में लगी मेहनत में आपका हाथ है. अब वक़्त उत्तर प्रदेश को बदलने का है. यहां युवाओं के हाथ खोलने की ज़रूरत है और अगर ऐसा हो गया तो उत्तर प्रदेश की तरक्क़ी से देश के तमाम राज्य हैरान हो जाएंगे.
कांग्रेस महासचिव ने लोगों को बताया कि केंद्र में 2004 से 2009 तक कांग्रेस की सरकार रही और उसके बाद 2009 से अभी तक कांग्रेस की सरकार है. इस दौरान हिंदुस्तान का विकास हुआ है. देश तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन इन सबके बीच देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश अपनी गति और दिशा खो चुका है तथा बाक़ी राज्यों से काफ़ी पिछड़ गया है, जिसका कारण उत्तर प्रदेश में पिछले 22 सालों के दौरान आम आदमी की सरकार का नहीं होना है.
उन्होंने लोगों को राजनीतिक दलों की सोच के बारे में समझाने के लिए 2004 में एनडीए द्वारा दिए गए नारे के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि 2004 में विपक्ष के लोगों ने अंग्रेजी में नारा दिया था- ‘इंडिया शाइनिंग’, जिसका मतलब था ‘हिंदुस्तान चमक रहा है’. जब पत्रकारों ने उनसे इस नारे के बारे में पूछा कि उन्हें हिंदुस्तान के चमकने की बात कहां से सूझी, तो उनके एक बड़े नेता ने बताया कि एक रात उन्हें टेलीविजन पर एक चमचमाते सूट के विज्ञापन को देखकर यह नारा सूझा, जिसमें एक आदमी दूसरे आदमी के चमकते हुए सूट को छू़कर कहता है कि इंडिया शाइनिंग.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं इस नारे के बारे में इसलिए बात कर रहा हूं, क्योंकि नारे से राजनीतिक दलों की सोच के बारे में पता चलता है. उनकी सोच थी कि हिंदुस्तान में प्रगति हो और उस प्रगति का फ़ायदा केवल कुछ चुनिंदा लोगों को ही मिले और वो ख़ुद एसी कमरों में बैठे रहें. आम आदमी को इस प्रगति से कुछ भी हासिल न हो, जबकि कांग्रेस पार्टी चाहती है कि देश में प्रगति हो तो उसके साथ-साथ आम आदमी का भी विकास हो. उन्होंने कहा कि हम अंग्रेजी नारे नहीं देते और हमारे नारे टेलीविजन से नहीं आते. हमारे नारे आप लोगों के बीच से ही आते हैं.

उन्होंने बताया कि 2004 में सरकार बनने के बाद हम एसी कमरों में बैठे नहीं रहे. आप लोगों के पास आए और आपसे कहा कि दिल्ली में आपकी अपनी सरकार है, बताइये, आपके लिए क्या किया जा सकता है? आप लोगों ने हमें रोज़गार की समस्या के बारे में बताया. हमने मनरेगा योजना को लागू किया, जिससे लोगों को काफ़ी फ़ायदा हुआ. आप चाहें तो उन तमाम राज्यों में जाकर देख सकते हैं कि मनरेगा से किसी को फ़ायदा हुआ या नहीं. अगर आप आंध्र प्रदेश जाकर गांव की महिलाओं से सवाल करेंगे, तो वहां आपको पता चलेगा मनरेगा के तहत उनके द्वारा किए गए काम का सारा ब्यौरा इंटरनेट पर मौजूद है. अगर आप महाराष्ट्र में जाकर पूछोगे तो कहा जाएगा कि मनरेगा ने ग़रीब जनता को खड़ा कर दिया.
राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मनरेगा चलाया ही नहीं गया. जब प्रदेश में मुलायम सिंह जी मुख्यमंत्री थे तो उस दौरान मनरेगा सही तरीक़े से लागू ही नहीं किया गया. सभी जॉब कार्ड छीन लिए गए और कहा कि बेरोज़गारी भत्ता देंगे. उन्हें सपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी लोगों को रोज़गार दे रही है और मुलायम सिंह जी कहते है कि बेरोज़गारी भत्ता देंगे, रोज़गार नहीं देंगे. मायवती जी ने कहा कि मनरेगा से लोगों को कोई फ़ायदा नहीं हुआ. सच ही है, क्योंकि मनरेगा से तो बसपा के मंत्रियों को ही फ़ायदा हुआ और लखनऊ में बैठे हुए जादू के हाथी को फ़ायदा हुआ.
राहुल गांधी ने कहा कि मनरेगा लागू करके हम फिर आप लोगों के पास आए और पूछा कि रोज़गार दिया है और क्या करने की ज़रूरत है? इस बार किसानों ने हमें बताया कि उनके सिर पर क़र्ज़ चढ़ा हुआ है, खेती के लिए बैंक से किसी तरह से क़र्ज़ नहीं मिल रहा है. अमीर साहूकारों को बैंक तुरंत ही पैसा दे देते हैं, जबकि किसानों को बैंक से भगा दिया जाता है. इसके बाद हमने किसानों का 60 हज़ार करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ किया और किसानों के लिए बैंक के दरवाज़े एक बार फिर से खोले.
उन्होंने कहा कि हमारे पास बुनकर आए. उन्होंने हमें बताया कि उन पर क़र्ज़ है. उन्हें धागा नहीं मिलता. उनकी मदद के लिए उत्तर प्रदेश की सरकार कुछ नहीं कर रही है. हम बुनकरों को प्रधानमंत्री जी के पास ले गए. राहुल गांधी ने कहा कि मुझे यह बताते हुए बहुत गर्व है कि प्रधानमंत्री जी ने दो मिनट में ही कह दिया कि अगर राज्य सरकार बुनकरों के साथ नहीं है तो न सहीं, लेकिन केंद्र सरकार इनकी अपनी है. हम बुनकरों की मदद करेंगे. हमने बुनकरों का क़र्ज़ माफ़ कराया. उन्हें बैंक से दो लाख रुपये तक का लोन, बुनकर क्रेडिट कार्ड की व्यवस्था की. इसके तुरंत बाद ही बुनकरों ने प्रधानमंत्री जी से कहा कि अगर आप हमारी मदद करना चाहते हैं तो हमें दिया जाने वाला पैसा सीधा हमारे खातों में जमा करवाइये. इसे उत्तर प्रदेश सरकार के हाथों में नहीं दीजिए, नहीं तो लखनऊ में यह सारा पैसा चोरी हो जाएगा.
राहुल गांधी ने कहा कि अब हम भोजन के अधिकार की बात कर रहे है, जो कि दुनिया का सबसे बड़ा प्रोग्राम है. इसके तहत हर ग़रीब परीवार को 35 किलोग्राम अनाज दिया जाएगा, लेकिन विपक्ष में बैठे भाजपा, बसपा और सपा के लोग पूछते है कि पैसा कहां से आएगा? उन्होंने लोगों को बताया कि देश में जो प्रगति हुई है, उससे सरकार के पास पैसा आता है और वो प्रगति आप लाए हो, बुनकर लाए हैं, मज़दूर लाए हैं, किसान लाए हैं. प्रगति अमीर आदमी नहीं, आम आदमी लाया है. उन्होंने कहा कि जब हम लोगों के हक़ की बात करते हैं तो पूछा जाता है कि पैसा कहां से आएगा?

किसानों की दुर्दशा के बारे में बात करते हुए राहुल गांधी ने बताया कि भट्टा-पारसौल में किसानों के साथ जो कुछ भी हुआ, वो सबको पता है. वहां किसानों से जबरन उनकी ज़मीन छीनी गई. विपक्ष के लोग वहां नहीं गए,  लेकिन मैं गया और वहां जाकर मैने लोगों का हाल देखा और उनसे बात की. किसान कभी भी विकास के ख़िलाफ़ नहीं रहे. अगर कहीं विकास की बात होती है तो किसान ख़ुद आगे बढ़ कर आते हैं, लेकिन किसान की ज़मीन को इमारतें बनाने के लिए भू-माफ़िया को दिया जाता है और किसान अपनी ज़मीन का बाज़ार  भाव के हिसाब से सही मूल्य मांगता है, तो बदले मे उसे गोली मिलती है.

राहुल गांधी ने बताया कि भट्टा-पारसौल में एक महिला ने मुझे बताया कि एक दिन वह अपने खेतों में काम करने के लिए गई, उस वक़्त वहां एक बिल्डर के कुछ लोग खड़े थे, जिन्होंने उस महिला से कहा कि यह ज़मीन उसकी नहीं है, जब उस महिला ने पुलिस से मदद मांगी तो उसे कहा गया कि उसकी ज़मीन अधिगृहित कर ली गई है और उन बिल्डरों को दे दी गई है. किसानों से उनकी ज़मीन ले ली गई और उन्हें इस बारे में पता भी नहीं चला. इस सबके बावजूद जब उस महिला ने कहा कि उसे उसकी ज़मीन से फ़सल काटने दी जाए तो उसे ऐसा नहीं करने दिया गया, बल्कि उसकी फ़सल में आग लगा दी गई. उस महिला ने मुझसे कहा कि सारी बातें एक तरफ़ हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश की सरकार ने उनकी बात भी नहीं सुनी और न ही उनकी मेहनत की, उनके काम की इज्ज़त नहीं की गई.
राहुल गांधी ने कहा कि जिसकी नीयत साफ़ होती है, उसे वादों की ज़रूरत नहीं होती. मैं इस सभा में पिछले 20 मिनट से बोल रहा हूं, लेकिन मैने आपसे एक भी वादा नहीं किया, क्योंकि मै यहां आप लोगों से वादे करने नहीं आया हूं, मै यहां काम करने के लिए आया हूं. कांग्रेस पार्टी का काम है लोगों के पास जाना, उनसे बात करना, उनकी समस्याओं को सुनना और लोगों की आवाज़ को लखनऊ और दिल्ली तक पहुंचाना.
दूसरे लोग बड़े-बड़े वादे करते है. आप मुलायम सिंह जी के पास जाइए, कई वादे सुनने को मिलेंगे. जैसे 24 घंटे बिजली दे देंगे, बुंदेलखंड को इजराइल बना देंगे. जब काम की बात होती है तो कोई दिखाई नहीं देता और न ही देंगे, लेकिन राहुल गांधी आगे भी दिखाई देगा और हमेशा आपके साथ खड़ा रहेगा.

स्टार न्यूज़ एजेंसी  
मैनपुरी (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव के गढ़ में घुसकर उनके खोखले वादों की धज्जियां उड़ा कर रख दीं .  अपना संबोधन समाप्त करके वे फिर वापस माईक की तरफ़ लौटे और वहां पहुंचे हज़ारों युवाओं से मुख़ातिब होकर कहा कि बड़ी मज़ेदार मीटिंग थी. क्रिश्चियन मैदान में राहुल गांधी ने युवाओं से सवाल किया कि पिछले 22 सालों से बीजेपी, बीएसपी, समाजवादी पार्टी की सरकारें आईं, आपको मज़ा आया? उत्तर प्रदेश आगे बढ़ा? मैदान में अधिकांश युवा मौजूद थे, सभी ने नहीं कहा तो राहुल गांधी ने कहा कि आवाज़ नहीं आ रही.  इस पर पूरे मैदान ने ज़ोरदार ढंग से ‘नहीं’ की आवाज़ उन तक तक पहुंचा दी.

राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को सिर्फ़ एक व्यक्ति ही बदल सकता है वह है यहां का युवा, जितनी शक्ति यहां है, उतनी किसी प्रदेश में नहीं है. आपको रोज़गार  के लिए दूसरे प्रदेशों में जाना पड़ता है. हमारे युवा दूसरे प्रदेशों को अपने हाथों से आगे बढ़ाते हैं. महाराष्ट्र जब आगे बढ़ जाता है, तो शिवसेना के लोग मारते हैं. कहते हैं कहां से आए? यूपी के हो भागो यहां से. दिल्ली रात को सोती है, तो यूपी के युवा मेट्रो बनाते हैं. पूछने पर यहां से आए 90 प्रतिशत लोग बताते हैं कि यूपी में रोज़गार नहीं मिलता.

उन्होंने कहा कि 2004 में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी. कांग्रेस ने लोगों को रोज़गार दिलवाया, 120 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 100 दिन का रोज़गार. आपने बताया कि गांव में रोज़गार नहीं मिलता. मुलायम सिंह जी की सरकार थी तब, उन्होंने मनरेगा नहीं चलाया. उनके मंत्रियों ने पैसा चोरी कर लिया. अब कह रहे हैं बेरोज़गारी भत्ता देंगे. आपको रोज़गार चाहिए या बेरोज़गारी? उन्होंने सवाल किया.

राहुल गांधी ने कहा कि मैं यहां आपसे वादे करने नहीं आया. 22 सालों से आपको रोज़गार के लिए दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र जैसे दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह जी अब चुनाव से पहले कह रहे हैं कि बिजली मुफ्त दे दूंगा, पानी दे दूंगा, किसानों की ज़रूरत पूरी करेंगे, इलाज के लिए देश के बाहर भेज देंगे. तीन बार जब मुख्यमंत्री थे तब 2-3 घंटे बिजली आती थी. लोगों ने मुझे दिखाया कि बिजली नहीं आती है, मगर दस-बारह हज़ार का बिल आ जाता है. कहां से देंगे मुफ्त में बिजली? पिछले 22 साल से एक भी कारख़ाना नहीं लगा. तीन बार मुख्यमंत्री थे तब बिजली दी ही नहीं, अब चौथी बार बनाओ मुख्यमंत्री तो मुफ्त बिजली दे देंगे.

उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले मुलायम सिंह जी कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजरायल में बदल देंगे. जब वहां सूखा पड़ा, तो लोगों ने कहा कि लखनऊ की सरकार मदद नहीं करती. हम बुंदेलखंड गए, ग़रीबों को ले जाकर प्रधानमंत्री जी के कांफ्रेंस रूम में बैठाया, लोगों ने प्रधानमंत्री जी को समस्या बताई, दो मिनट में 8000 करोड़ का बुंदेलखंड पैकेज प्रधानमंत्री जी ने दिया.

राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र ने जैसे ही 8000 करोड़ रुपये बुंदेलखंड के लिए भेजे. मायावती जी ने लखनऊ में जादू का पालतू हाथी बनवाया है, जो ग़रीबों के पैसे खाता है. उसकी सूंड़ घूमी उधर और वह खा गया बुंदेलखंड के ग़रीबों का पैसा.
उन्होंने बताया कि बुनकर हमारे पास आए, उन्होंने बताया कि मुलायम सिंह जी, मायावती जी हमारी मदद नहीं करते. हमने उन्हें भी उसी कांफ्रेंस रूम में बैठाकर प्रधानमंत्री जी से मिलवाया, प्रधानमंत्री जी ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार बुनकरों की मदद नहीं कर रही तो भारत सरकार करेगी और तुरंत बुनकर पैकेज दिया. इसी तरह किसान हमारे पास आए, उन्होंने बताया कि बैंकों के दरवाज़े बंद हैं. कांग्रेस पार्टी ने 60 हज़ार करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ किया. किसानों के लिए  बैंकों के दरवाज़े फिर से खोले.

वहीं मुलायम सिंह जी चुनाव के पहले कहने लगे कि बुनकरों की मदद करेंगे. ये कर देंगे, वो कर देंगे. उत्तर प्रदेश वादों से आगे नहीं बढ़ने वाला. 22 सालों से आगे नहीं बढ़ा न ही बढ़ेगा. यहां के नेताओं ने युवाओं के हाथ बांध रखे हैं. मैं इस प्रदेश में बदलाव लाना चाहता हूं. यूपी में कोई कमी नहीं, यहां अस्पताल, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोज़गार, प्रगति आ सकती है.
राहुल गांधी ने युवाओं से कहा कि आपने 22 साल बर्बाद कर दिए. 22 साल का समय बहुत होता है. अब तमाशा बंद करो भईया. तंग आ गए हैं. लखनऊ में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनवाइये. हम मिलकर बदल देंगे उत्तर प्रदेश को. जैसे आप अभी कहते हैं कि फ़लां सरकार चोर है, तब आप कहेंगे कि भइया सरकार काम कर रही है.

स्टार न्यूज़ एजेंसी 
जलेसर (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने आज एटा के जलेसर में विशाल जनसभा की शुरुआत ही लोगों से सवाल पूछ कर की. उन्होंने जनता से पूछा कि 22 सालों से आपने चुनाव में वोट किया. क्या आपको लगा कि भाजपा, सपा और बसपा ने आपको फ़ायदा पहुंचाया? हज़ारों हाथ ‘नहीं’ कहते हुए राहुल गांधी की तरफ़ उठ गए.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपको समझाता हूं हाथी कैसे खाता है. उन्होंने बताया कि किसान दिन भर खेतों में काम करता है. 15-20 साल पहले किसान की ज़मीन सस्ती थी, मगर अब काफ़ी महंगी हो चुकी है. आम तौर पर कोई अपनी ज़मीन बेचने जाता है तो उसे बाज़ार मूल्य मिलता है, मगर उत्तर प्रदेश में सरकार कहती है बिल्डिंग बनानी है, ज़मीन बिल्डर को देनी है तो किसान की ज़मीन छीन लो. अगर किसान चूं भी करे तो उसे गोली मार दो.
कांग्रेस महासचिव ने जनता से कहा कि कौन किसान सड़क के लिए ज़मीन नहीं देना चाहता, मगर वह सिर्फ़ यह कहता है कि उसे उसकी ज़मीन का सही दाम तो मिले. हरियाणा में किसान को उसकी ज़मीन का सही दाम मिलता है. मैं नोएडा, टप्पल, भट्टा पारसौल गया, वहां मुझे अधिकारियों ने कहा यहां क्यों आए हैं, यहां किसान नहीं नक्सल पैदा हो गए  हैं. यूपी में अगर किसान अपनी आवाज़ उठाएं तो उसे नक्सल कहा जाता है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मनरेगा दिया. आंध्र प्रदेश, केरल, हरियाणा में जाइए देखिये, मनरेगा से कितना फ़ायदा मिला. आंध्र प्रदेश में महिलाएं आपको बताएंगी कि उनका नाम इंटरनेट पर है, उन्हें काम मिलता है. मगर आपकी मुख्यमंत्री कहती हैं कि कांग्रेस पार्टी का नाटक है मनरेगा.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं यहां आपसे वादे करने नहीं आया, क्योंकि जिसकी नीयत साफ़ होती है, उसे वादे करने की ज़रूरत  नहीं पड़ती. वादे सुनने के लिए आपके पास मुलायम सिंह जी, मायावती जी जैसे नेता हैं उनसे सुन लीजिये वादे. वादों से कुछ नहीं होगा, काम करने से होगा. यहां के नेता कुछ काम नहीं करते, वादे करते हैं, चोरी करते हैं.
उन्होंने कहा कि किसान हमारे पास आए.  उन्होंने बताया कि बैंकों के दरवाज़े बंद हैं. अमीरों को बैंक क़ालीन बिछाकर क़र्ज़  देते हैं और हमें भगा देते हैं. कांग्रेस पार्टी ने 60 हज़ार करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ किया. किसानों के लिये बैंकों के दरवाज़े फिर से खोले. भोजन का अधिकार देने जा रहे हैं. 35 किलो मुफ्त अनाज देंगे हर ग़रीब को. इसके लिए बिल संसद में रख दिया है. मगर मायावती जी कहती हैं नाटक है, मुलायम सिंह जी कहते हैं नाटक है.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी अब कह रहे हैं कि बिजली मुफ्त दे देंगे. अमेठी के लोगों ने मुझे दिखाया कि बिजली नहीं आती है, मगर दस-पंद्रह हज़ार का बिल आ जाता है. कहां से देंगे मुफ्त में बिजली? क्या आसमान से गिराएंगे बिजली के तार. पिछले 22 साल से एक भी कारख़ाना नहीं लगा. तीन बार मुख्यमंत्री थे तब नहीं दिया, अब कह रहे हैं मुफ्त में बिजली, पानी दे देंगे.
उन्होंने कहा कि अब चुनाव के पहले मुलायम सिंह जी कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजरायल में बदल देंगे. जब वहां सूखा पड़ा तब कहां थे? मायावती जी कहती थीं कि वहां सब ठीक है. मैंने उनसे कहा कि 2 मिनट के लिए वहां जाकर अपनी आंखों से देखिये. अफ़सर सही नहीं बताते, तो कहती हैं कि मैं नहीं जाऊंगी, राहुल गांधी नाटक कर रहा है. हम वहां गए, प्रधानमंत्री जी से 5000  करोड़ की सहायता दिलवाई, पैसा हाथी खा गया.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं मुसलमानों के नेता हैं. क्या किया उन्होंने मुसलमानों के लिए? तीन-तीन बार मुख्यमंत्री थे. बुनकर आए उन्होंने बताया कि मुलायम सिंह जी, मायावती जी ने हमारे लिए कुछ नहीं किया. हमने बुनकर पैकेज दिलवाया, धागों पर छूट दिलवाई, 2 लाख का लोन दिलवाने में मदद की. कांग्रेस पार्टी ने सच्चर कमीशन बनाया, वज़ीफ़े  दिए. मगर उत्तर प्रदेश में यह नहीं पहुंचा. अल्पसंख्यकों को जब आरक्षण देने की बात की तो मुलायम ने कहा कि कम दिया मैं रहता तो ज़्यादा देता. आरक्षण की बात करने पर राशिद मसूद को पार्टी से बाहर कर दिया.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि यह पैसा आपका है. हिन्दुस्तान में पैसे की कोई कमी नहीं है. मगर यहां आपके पसीने का पैसा चोरी होता है. कोर्ट ने कहा कि एनआरएचएम में हज़ारों करोड़ रुपया चोरी हुआ. बसपा के मंत्री भागे. मायावती जी ने 22 मंत्रियों को 5 साल तक लूटने की छूट देने के बाद तीन महीने पहले निकाला और बीजेपी कहती है हम उनको ले लेते हैं. बीजेपी नेता भ्रष्टाचार की यात्रा निकालते हैं.
उन्होंने कहा कि हमने काम करके दिखाया है. मनरेगा, नेशनल हाईवे, 60 हज़ार करोड़ रुपये की किसान क़र्ज़ माफ़ी, बुनकर पैकेज, बुंदेलखंड पैकेज, एनआरएचएम. 22 साल आपने इनको दिए, 5 साल कांग्रेस को दीजिए, अगली बार बिना सोचे आप कांग्रेस को वोट देंगे.

स्टार न्यूज़ एजेंसी
भोगनीपुर (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश में चुनाव हैं. आम तौर पर चुनाव के बाद परिवर्तन आता है. मगर यहां पिछले 22 साल से चुनाव आते रहे, जाते रहे पर उत्तर प्रदेश की गाड़ी फंसी हुई है.
कानपुर देहात में आज विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस पार्टी खड़ी हो रही है और जब कांग्रेस पार्टी खड़ी होगी तो सपा और बसपा बंद होगी. सपा, बसपा किसी और पर नहीं सिर्फ़ कांग्रेस पर हमले करती है, क्योंकि ये जानते हैं कि जिस दिन कांग्रेस उत्तर प्रदेश में खड़ी हो गई इनका खाता यहां से बंद हो जाएगा.
कांग्रेस महासचिव ने जनता से कहा कि 22 सालों से यहां लोग आते रहे और वादे करते रहे कि ये बदल देंगे, वो बदल देंगे. फिर उन्होंने सवाल पूछा कि क्या बदला आप बताओ हमें? पानी आया? बिजली आई? बच्चे स्कूल गए? 22 सालों से ये लोग आते हैं और बड़े-बड़े वादे कर के चले जाते हैं और बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमते हैं.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमारी सरकार है हमने आपके पास आकर पूछा तो आपने बताया कि गांवों में रोज़गार नहीं है. हमने मनरेगा दिया. 120 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 100 दिन का रोज़गार गारंटी के साथ दिया. हमने किसी की जाति नहीं पूछी, सबको काम मिलेगा बस दिल हिन्दुस्तानी हो. इस पर जनसभा में ज़ोरदार तालियां गूंज गईं.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं जहां भी जाता हूं उत्तर प्रदेश के लोग काम करते हुए मिलते हैं. महाराष्ट्र में उत्तर प्रदेश के मज़दूर काम करते मिलते हैं. दिल्ली में मेट्रो बनाई. उसके बच्चे यूपी में रहते हैं, आधी रोटी खाते हैं. मज़दूरों के हाथ फट जाते हैं काम करके. लद्दाख में फटी हुई नीली जैकेट पहने युवा मिला. उससे पूछा कि कहां से आए? सर्दी नहीं लग रही? तो उसने कहा कि उत्तर प्रदेश में रोज़गार नहीं मिलता. मैं सपने देखता हूं कि उत्तर प्रदेश में रोज़गार मिले. यही सपना मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी और राहुल गांधी देखते हैं. हम आपकी इज्ज़त करते हैं, आपके ज्ञान की इज्ज़त करते हैं.
उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह जी अब कह रहे हैं कि बिजली मुफ्त दे देंगे. अमेठी के लोगों ने मुझे दिखाया कि बिजली नहीं आती है, मगर दस-पंद्रह हज़ार का बिल आ जाता है. कहां से देंगे मुफ्त में बिजली? क्या आसमान से गिराएंगे बिजली के तार. पिछले 22 साल से एक भी कारख़ाना नहीं लगा. तीन बार मुख्यमंत्री थे तब नहीं दी, अब कह रहे हैं मुफ्त में बिजली, पानी दे देंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी बुंदेलखंड नहीं गए. अब चुनाव आया तो कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजरायल में बदल देंगे. आपको इजरायल नहीं बुंदेलखंड चाहिए, पानी चाहिए, बिजली चाहिए, विकास चाहिए. 5 साल से मायावती जी मुख्यमंत्री हैं किसी ने एक दिन भी इन्हें गांव में रोटी खाते देखा है? ये सोचते हैं कि चुनाव के पहले जनता से मुफ्त बिजली, इजरायल का वादा कर देंगे. ऐसे नहीं चलता.
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा कि हमने किसानों से पूछा तो उन्होंने बताया कि बैंक के दरवाज़े बंद हैं, हम दिन भर मेहनत करते हैं. हमारे हाथ फट जाते हैं. आपने आज सुबह जो भोजन किया वह हम देते हैं पूरे हिन्दुस्तान को खाना खिलाते हैं. मनमोहन सिंह जी और सोनिया जी ने 60 हज़ार करोड़ का क़र्ज़ माफ़  किया. क्यों? क्योंकि आपने बताया, आपने समझाया.
उन्होंने कहा कि सात सालों से राजनीति में हूं और जितना ज्ञान आपमें है उतना किसी में नहीं है. मैंने विदेशों में पढ़ाई की है. मगर जहां भी जाता हूं हिन्दुस्तान का आम आदमी रास्ता दिखाता है. मज़दूरों, किसानों और युवाओं ने जितना सिखाया उतना अमेरिका, इंग्लैंड के लोग भी नहीं सिखा पाए. अमेठी में महिलाओं का समूह है जितना ज्ञान उन्हें है उतना योजना आयोग, नेता, अफ़सर को भी नहीं है.
राहुल गांधी ने कहा कि लोग कहते हैं कि राहुल गांधी पागल हो गया है. टीवी नहीं देखता, इंटरव्यू नहीं देता. गांव में चला जाता है. नाटक कर रहा है. ये लोग जितना कहेंगे उतना ही नाटक मैं और करूंगा. मुलायम सिंह जी कहते हैं मुसलमानों के नेता हैं. क्या किया उन्होंने जब तीन बार मुख्यमंत्री थे. सच्चर कमीशन बनाया, वज़ीफ़े दिए. मगर उत्तर प्रदेश में यह नहीं पहुंचा. अल्पसंख्यकों को जब मनमोहन सिंह जी ने आरक्षण देने की बात कही तो सन्नाटे में आए मुलायम ने कहा कि कम दिया मैं रहता तो ज़्यादा देता.
राहुल गांधी ने बताया कि 2009 में समाजवादी पार्टी ने बसपा की सत्ता आते देख कांग्रेस पार्टी से समझौता करने को कहा, लेकिन हमने कहा कि हम किसी से समझौता नहीं करेंगे. तो मुलायम सिंह जी ने कल्याण सिंह को गले लगा लिया. कांग्रेस पार्टी 22 सीटें जीती, क्योंकि हमने यूपी की जनता से समझौता किया.
उन्होंने एनडीए के इंडिया शाईनिंग वाले अंग्रेजी के नारे पर भी निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा कि 5 साल राज किया, हेलीकॉप्टर से भारत देख लिया और कह दिया हिन्दुस्तान चमक रहा है. मैं 2004 की बात 2012 में इस लिए कह रहा हूं कि इस नारे के पीछे सोच है कि जनता से जो कहना हो कह दो. पानी नहीं मिले, बिजली नहीं मिले, मज़दूर-किसान के हाथ फटे हों, दूर से कहते हैं कि हिन्दुस्तान चमक रहा है. पता नहीं इन्हें आपके पास आने में डर लगता है, शरमाते हैं या फिर कुछ और है, जबकि सच्चाई यह है कि अगर हिन्दुस्तान में प्रगति आई तो मज़दूर और किसान लेकर आया है.
राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को 10 प्रतिशत लोग चलाते हैं और हम चाहते हैं कि 100 प्रतिशत लोग उत्तर प्रदेश को आगे ले जाएं. हरियाणा, महाराष्ट्र आदि प्रदेश आगे निकल गए और उत्तर प्रदेश वहीं का वहीं खड़ा है. मैं आपकी आवाज़ दिल्ली, लखनऊ पहुंचाना चाहता हूं. अभी यह आपके गांव में ही फंसी है. मैं आपके साथ खड़ा रहूंगा. एक दिन ऐसा आएगा जब आपकी आवाज़ वहां गूंजेगी, पूरी दुनिया सुनेगी. अपने आप पर भरोसा करो और घर जाकर कहो कि मैं उत्तर प्रदेश को बदलने वाला हूं, हो जाएगा, क्योंकि आपमें शक्ति है.

स्टार न्यूज़ एजेंसी
ऊंचाहार (उत्तर प्रदेश).
तीसरे चरण तक हुई धुंआधार वोटिंग के बाद चौथे चरण में होने वाले मतदान के लिए कांग्रेस महासचिव राहुल राहुल गांधी ने अपना जनसम्पर्क अभियान और तेज़ कर दिया. उन्होंने ने आज अपनी सभा में बड़ी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि आप पूरी दुनिया को बदल सकती हैं, शक्ति है आपमें, मगर यहां आपके हाथ बंधे हैं. इन हाथों को अब खोलना है. उत्तर प्रदेश में महिलाओं को इंदिरा आवास के लिए रिश्वत देनी पड़ती है.
उमरन में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे सामने उत्तर प्रदेश का चुनाव है. पिछले 22 साल से चुनाव आते रहे, जाते रहे पर उत्तर प्रदेश वहीं का वहीं खड़ा है. दुख की बात है कि हमारा दिल्ली वाला एक हाथ खुला है और उत्तर प्रदेश वाला एक हाथ बंद है. इस दूसरे बंद हाथ को खोल दीजिए और देखिये हम क्या करते हैं.
राहुल गांधी ने वहां बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं से सीधे सवाल पूछा कि पिछले 22 सालों में उत्तर प्रदेश की सरकारों ने आपके लिए क्या किया? कुछ भी नहीं किया राज्य सरकार ने आपके लिए. वहीं सोनिया जी ने रायबरेली में रेल फैक्ट्री की लड़ाई लड़ी. जगह-जगह बने नेशनल हाईवे को बदहाल हालत में पहुंचा दिया. उत्तर प्रदेश की सरकार यहां हर काम दबा देना चाहती है. हम हज़ारों करोड़ रुपया उत्तर प्रदेश में भिजवाते हैं, ये आपका पैसा है. उन्होंने कहा कि यह लखनऊ की लड़ाई है, मैं पूरे उत्तर प्रदेश में आपकी लड़ाई लड़ रहा हूं. यह लड़ाई सिर्फ़ मेरी नहीं, आपकी भी हैं. मैं जहां भी जाता हूं उत्तर प्रदेश के लोग काम करते हुए मिलते हैं. महाराष्ट्र को यहां के लोगों ने काम कर के बदल दिया, लेकिन शिवसेना के लोग वहां उन्हें मारते हैं, कि भईया यूपी के हो भागो यहां से. कांग्रेस महासचिव ने सवाल किया कि क्या आपको रोज़गार का हक़ नहीं, विकास का, प्रगति का हक़ नहीं उत्तर प्रदेश में. जब तक उत्तर प्रदेश में सरकार नहीं बदलेगी हम ठीक से काम नहीं कर सकते.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी अब कह रहे हैं कि बिजली मुफ्त दे देंगे. लोगों ने मुझे दिखाया कि मुफ्त में दस-पंद्रह हज़ार का बिल आता था, बिजली नहीं आती थी. कहां से देंगे मुफ्त में बिजली? क्या आसमान से गिराएंगे तार बिजली का. पिछले 22 साल से एक भी कारख़ाना नहीं लगा. वह तीन बार मुख्यमंत्री थे तब नहीं दिया, अब कह रहे हैं मुफ्त में बिजली, पानी दे देंगे.
गांधी ने मुलायम सिंह यादव पर हमला जारी रखते हुए कहा कि बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था, तब मुलायम सिंह जी वहां नहीं गए. अब चुनाव आया तो मुलायम सिंह जी कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजरायल में बदल देंगे. अरे भाई बुंदेलखंड को इजरायल नहीं बुंदेलखंड चाहिए. तीन बार मुख्यमंत्री थे तब कहां थे? हम वहां गए, लड़ाई लड़ी हमने. बुंदेलखंड को पैकेज दिलवाया, मगर मायावती जी ने वहां का पैसा उठवा लिया, उनके मंत्रियों ने पैसा चोरी कर लिया.
राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक जाति की सरकार आती है और कहती है यह कर देंगे, वह कर देंगे. अब आपको अपनी सरकार बनवानी है. पूरे उत्तर प्रदेश को बदलना है. अब बदलाव का समय है. हम मिलकर लखनऊ में सरकार बनवाएंगे और पूरे उत्तर प्रदेश को एक साथ बदलेंगे.
इसके बाद अपना भाषण समाप्त कर राहुल गांधी मंच से उतरकर सीधे महिलाओं के बीच जा पहुंचे. उन्होंने काफ़ी देर तक महिलाओं से बातचीत की और उनका हाल-चाल पूछा. इस दौरान राहुल गांधी से कई महिलाओं ने हाथ मिलाया और बुजुर्ग महिलाएं काफ़ी देर तक उनका हाथ पकड़े रहीं.

स्टार न्यूज़ एजेंसी
मौरावां (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने आज महिलाओं और युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वादों पर मत जाइए, काम को देखिये. हम वादे नहीं करते, काम करते हैं. आपके सामने उत्तर प्रदेश का चुनाव है पिछले 22 साल से नेता यहां आते रहे, वादे करते रहे कि इसको बदल देंगे, उसको बदल देंगे, जबकि कांग्रेस पार्टी ने जो भी किया वह हर हिन्दुस्तानी के लिए किया, किसी विशेष जाति या धर्म के लिए नहीं.
रामलीला मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने वहां बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं से सीधे सवाल पूछा कि पिछले 22 सालों में आपकी किसने सोची? कभी कोई आपके पास आया? हम आए आपके पास. आपने बताया कि हम दिन भर मेहनत करते हैं और रात को हमारे बच्चे आधी रोटी खाकर भूखे सोते हैं. हमने संसद में भोजन का अधिकार देने का क़ानून रख दिया.
राहुल गांधी ने कहा कि पहले भी हम दिल्ली से भोजन भेजते थे, पर मुलायम सिंह जी यहां आपका भोजन चोरी कराते थे. अनाज का सबसे बड़ा घोटाला उन्होंने  कराया. 2004 में आपने हमें जिताया, क्योंकि हमने काम किया. आपमें ज्ञान है, आपमें शक्ति है. आप प्रदेश चलाती हैं. मैं आपसे झूठे वादे करने नहीं काम करने आया हूं. झूठे वादे अगर सुनने हों तो मुलायम सिंह जी, मायावती जी के पास चले जाइए.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मुलायम सिंह जी अब कह रहे हैं कि बिजली मुफ्त दे देंगे. अमेठी के लोगों ने मुझे दिखाया कि मुफ्त में दस-पंद्रह हज़ार का बिल आता था, बिजली नहीं आती थी. कहां से देंगे मुफ्त में बिजली?
राहुल गांधी ने हाथ में काग़ज़ लहराते हुए कहा कि मैं बताता हूं कहां से देंगे, उनके पास जादू की छड़ी है. मुख्यमंत्री बनने के बाद वो जादू की छड़ी आसमान में उठाएंगे और आसमान खुल जाएगा. आसमान से एक तार हर व्यक्ति के घर में आएगा, उसमें से बिजली आएगी. मुलायम सिंह जी सोचते हैं कि जो भी कहना हो कह दो अभी. पूरे मैदान में हंसी का ठहाका गूंज गया.
उन्होंने कहा कि हमने बुनकर पैकेज, मनरेगा, 5000 करोड़ का बुंदेलखंड पैकेज दिया. यह बात अलग है कि पैसा आप तक नहीं पहुंचा, हाथी खा गया. 60 हज़ार  करोड़ रुपये किसान क़र्ज़ माफ़ी दी, अल्पसंख्यकों को आरक्षण दिया. अब भोजन का अधिकार देने जा रहे हैं, जिसमें 35 किलो अनाज हर परिवार को मिलेगा.
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह के कोरे वादों पर प्रहार करते हुए राहुल गांधी गरजे कि बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था, किसान रो रहे थे, पलायन हो रहा था तब मुलायम सिंह जी वहां नहीं गए. अब चुनाव आया तो मुलायम सिंह जी कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजरायल में बदल देंगे. अरे भाई बुंदेलखंड का युवा इजरायल नहीं खाद, पानी, बिजली और बुंदेलखंड मांग रहा है.
राहुल गांधी ने कहा कि 2004 में सरकार बनने के बाद हमने माताओं-बहनों से पूछा कि बताइये क्या किया जा सकता है. महिलाओं ने बताया कि हम भटकते रहते हैं, हमें रोज़गार नहीं मिलता. इस तरह मनरेगा पैदा हुआ, हमने हर काम करने वाले को 120 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मनरेगा के ज़रिये 100 दिन का रोज़गार देने की गारंटी दी. मुलायम सिंह जी, मायावती जी बोलीं कि कांग्रेस पार्टी नाटक कर रही है. हमने हज़ारों करोड़ रुपया भेजा हरियाणा, केरल, असम, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश में मगर यूपी में, आपके जॉब कार्ड छिपा दिए गए. महिलाओं का पैसा मंत्रियों ने चोरी कर लिया.
उन्होंने फिर से सवाल किया कि पिछले 5 सालों में महिलाओं ने मुलायम सिंह जी या मायावती जी को गांव में देखा है? मैं बुंदेलखंड जाता हूं, मुझे तो एक बार भी नहीं दिखे वहां. 2007 में आपने मुलायम सिंह जी को भगाया, साइकिल को उठाकर फेंक दिया और हाथी को बैठाया सोचा कि हाथी मदद करेगा. मगर जादू का हाथी आपके पैसे खा जाता है.
उन्होंने भाजपा के इंडिया शाईनिंग नारे की भी धज्जियां उड़ाते हुए कहा कि 2004 में जब चुनाव हुए तो एनडीए के लोग आपके घरों में नहीं आए. टीवी देखकर कह दिया हिन्दुस्तान चमक रहा है. मैं अमेठी में था जब मैंने अंग्रेजी में नारा सुना तो मैंने कहा ‘बीजेपी की गाड़ी गई, बीजेपी के सबसे बड़े नेता ने सोचा टीवी कह रहा है तो हिन्दुस्तान चमक रहा होगा. राहुल गांधी यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि आधा हिन्दुस्तान अंग्रेजी वाले इस नारे को नहीं समझ पाया. महिलाओं ने कहा कि हमारे बच्चे भूखे हैं, स्कूलों में टीचर नहीं आ रहे. बीजेपी कौन से हिन्दुस्तान की बात कर रही है?
उन्होंने कहा कि मैं यहां आपसे वादे करने नहीं आया, इस प्रदेश को बदलने आया हूं और जब तक यह प्रदेश बदलेगा नहीं, हिलूंगा नहीं यहां से.
उन्होंने जाते-जाते एक बार रुककर जनता को बताया कि शारदा कैनाल की लड़ाई हमने रायबरेली में लड़ी है, पैसा स्वीकृत हो गया है. लेकिन, आप तक पहुंचा नहीं, क्योंकि लखनऊ में हाथी की सरकार है. हमने अपना काम कर दिया, अब आप अपना काम कीजिए. कांग्रेस पार्टी को जिताइये और अपनी कैनाल ले लीजिये.

स्टार न्यूज़ एजेंसी  
हरदोई (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी ने आज कहा कि जब नीयत साफ़ होती है, तो वादा करने की ज़रूरत नहीं पड़ती. वादा वो करते हैं, जो काम नहीं करना चाहते. आज यहां एक जनसभा संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब 2004 में कांग्रेस की सरकार बनी, तो हमने 20-25 वादे नहीं किए थे. हमने आम आदमी की सरकार बनाई और जो आम आदमी की ज़रूरत थी, वो हमने आपसे पूछ कर उसके हिसाब से योजनाएं बनाईं.
उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी अधिकतर पढ़ाई विदेश में की है, मगर जितना ज्ञान और जानकारी उन्हें आम आदमी के बीच जाकर मिली है, उतनी विदेश के प्रोफ़ेसर से कभी नहीं मिली. मैं आपसे मिलता हूं और मुझे जो ज्ञान और जानकारी मिलती है, उसे मैं ऊपर तक पहुंचाता हूं.
राहुल गांधी ने कहा कि विकास तब अवरुद्ध होता है, जब नेता जनता से अपने को दूर कर लेते हैं.  उन्होंने कहा कि एनडीए के नेता अगर जनता के बीच जाते, तो इंडिया शाइनिंग जैसा नारा नहीं देते. उन्होंने कहा कि पिछ्ले पांच साल में आपने कभी मुलायम सिंह या मायावती को गांव में देखा है? नेता का फ़र्ज़ है कि वो जनता के बीच जाए और उनकी बात सुने. जब बुंदेलखंड में सूखा पड़ा तो मैं वहां 10-15 बार गया. जो काम उत्तर प्रदेश की सरकार को करना चाहिए था, वो केंद्र ने किया. मैं एक प्रतिनिधि मंडल लेकर प्रधानमंत्री जी के पास गया और उन्होंने दो मिनट में 8000 करोड़ रुपये का पैकेज दे दिया. इस पैसे से बुंदेलखंड को बदला जा सकता था, मगर यह पैसा जनता तक नहीं पहुंचा. हमने किसान के लिए ट्रैक्टर भेजे, तो वो मंत्री ने अपने बच्चों को दे दिए.
मुलायम सिंह पर कटाक्ष करते हुए  राहुल गांधी  ने कहा कि वो अब कहते हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल बना देंगे. बुंदेलखंड के लोगों को बुंदेलखंड चाहिए, इजराइल नहीं.
बुनकरों की बात करते हुए  राहुल गांधी  ने बताया कि जब बुनकरों ने उनसे अपनी समस्याएं बताईं, तो उन्होंने प्रधानमंत्री जी से कहकर बुनकर पैकेज दिलवाया, जिसमें क़र्ज़ माफ़ी, धागों पर सब्सिडी और बुनकर क्रेडिट कार्ड शामिल है. बुनकरों ने कहा कि पैसा हमारे अकाउंट में दीजिए, नहीं तो लखनऊ में बैठा जादू का हाथी सब पैसा खा जाएगा और हमने इसका भी इंतज़ाम  किया. यह काम प्रदेश की सरकार को करना चाहिए था.
राहुल गांधी ने कहा कि यूपी में ताक़त हैं, जो बेकार जा रही है. आपको इज्ज़त नहीं मिलती. जिस दिन आप अपनी ताक़त का एहसास करेंगे, उस दिन यूपी खड़ा हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि मैं यहां चुनाव के लिए नहीं आया हूं. मैं तब तक आपके साथ रहूंगा जब तक इस प्रदेश में बदलाव नहीं आता. मेरे पास जादू की छड़ी नहीं है, मगर मैं आपकी आवाज़ ऊपर ले जा सकता हूं, आपके साथ खड़ा रह सकता हूं.

स्टार न्यूज़ एजेंसी  
बाबागंज (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने आज युवाओं एवं महिलाओं से कहा कि यूपी को बदलाव की ज़रूरत जरुरत है और यह बदलाव यहां आने वाला है. युवाओं, महिलाओं से कह रहा हूं पोलिंग बूथ पर जाओ, कांग्रेस को जिताओ. बहुत नाटक हो गया 22 सालों में यहां.
अवसानगंज में बकुलाई नदी के किनारे मैदान पर हुई सभा में राहुल गांधी ने कहा कि यूपी को बदलाव की जरुरत है और यह बदलाव यहां आने वाला है. मैं यहां वादे करने नहीं आया हूं. मेरे पास वादे करने का समय नहीं है और वायदों से कुछ नहीं होने वाला. मुझसे जितना काम कराना है करा लें, मुझसे विकास के लिए जितनी लड़ाई लड़वानी हो लड़वा लें.
राहुल गांधी के संबोधन शुरू करने से पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने टेढ़ी-मेढ़ी बकुलाई नदी से होने वाली तबाही और नुक़सान की समस्या कांग्रेस महासचिव के सामने उठाई. इस पर राहुल गांधी ने जनता से पूछा कि 22 सालों से यहां की सरकारों ने क्या किया? पुल बनाया? जैसे यह नदी टेढ़ी है उस तरह यहां की सरकार भी टेढ़ी है. टेढ़ी सरकार इसे सीधा नहीं कर सकती. आप इस चुनाव में अपना वोट सोचकर डालना कि पिछले 22 सालों में दूसरी पार्टियों ने क्या काम किया?
इसके बाद राहुल गांधी ने केंद्र की कांग्रेस सरकार के काम गिनाये. उन्होंने बताया कि 2004 में चुनाव जीतने के बाद से केंद्र में आपकी सरकार है. हमने मनरेगा, 60 हज़ार करोड़ रुपये किसान क़र्ज़ माफ़ी, बुनकर पैकेज, नेशनल हाईवे, जेएनआरयूएम जैसी योजनाएं दीं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार नहीं है फिर भी हम यहां  काम कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि हम गांवों में आपके बीच आए तो महिलाओं और ग़रीबों ने बताया कि हम भटकते रहते हैं, हमें रोज़गार नहीं मिलता, तो हमने हर काम करने वाले को मनरेगा के ज़रिये रोज़गार दिया. मनरेगा में एक रुपया नहीं हज़ारों करोड़ रुपये भेजे. मगर मायावती जी कहती हैं कि नाटक है. मुलायम सिंह जी की सरकार थी उस समय भी मनरेगा शुरू हो चुका था, मगर वह बेरोज़गारी भत्ते की बात कर रहे थे, रोज़गार नहीं दिया. फिर किसानों ने हमें बताया कि हम आधी रोटी खाते हैं, हमारे बच्चे भूखे सोते हैं, तो हम प्रत्येक व्यक्ति को 35 किलो अनाज हर महीने देकर भोजन का अधिकार देने जा रहे हैं। हम किसी को भूखा नहीं छोड़ेंगे.
कांग्रेस महासचिव ने यहां की सरकारों के भ्रष्टाचार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम पैसा भेज देंगे, भोजन भेज देंगे, पर सवाल यह है कि यहां आप तक भोजन पहुंचेगा? हरियाणा, असम, दिल्ली, महाराष्ट्र में भोजन पहुंच जाएगा, मगर उत्तर प्रदेश में यह चोरी होगा. बैंक किसानों को क़र्ज़  नहीं देते थे, बैंक मैनेजर कहते थे कि जाकर आत्महत्या कर लो. वहीं अमीरों को क़ालीन बिछाकर क़र्ज़ दिए जाते थे. हमने किसानों का 60 हज़ार  करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ कराया और किसानों के लिए बैंकों के दरवाज़े खोले.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी अब चुनाव आ गया तो वादे कर रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजरायल में बदल देंगे. जब वहां सूखा पड़ा तब नहीं गए. मुलायम सिंह जी अब कह रहे हैं कि बिजली मुफ्त दे देंगे. कहां से देंगे? तीन बार मुख्यमंत्री थे, तब नहीं दी. उस समय सिर्फ़ बिल आता था, बिजली नहीं आती थी.
उन्होंने भाजपा के इंडिया शाईनिंग नारे पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 2004 में जब चुनाव हुए तो एनडीए के लोग आपके घरों में नहीं आए. दिल्ली, लखनऊ में एसी कमरों में बैठकर कह दिया कि प्रतापगढ़ चमक रहा है. हिन्दुस्तान चमक रहा है. आप बताओ प्रतापगढ़ चमक रहा था. नहीं!  की आवाज़ें पूरी भीड़ में गूंज गई.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आप दूसरे प्रदेशों में जाते हो रोज़गार के लिए. कहीं भी जाकर पूछिये कि कहां से आए हो. जवाब मिलेगा यूपी से, क्योंकि यूपी का युवा काम करना जानता है. जब तक आप खड़े नहीं होंगे, राहुल गांधी आपको तंग करता रहेगा. युवाओं सोच बदलो. उत्तर प्रदेश को बदलो और इसकी शुरुआत आपने कर दी है. 60-65 प्रतिशत वोटिंग हो रही है, यह बदलाव की वोटिंग है.

स्टार न्यूज़ एजेंसी 
वाराणसी (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी वाराणसी में पूरी रौ में नज़र आए.  उन्होंने लोगों से कहा कि आप से ही सीख रहा हूं, पर पूरी तरह सीख नहीं पाया. एक बार ठीक से सीख गया फिर देखना. यह कहकर उन्होंने मैदान में मौजूद हज़ारों युवाओं में ग़ज़ब के जोश का संचार कर दिया.
राहुल गांधी ने वाराणसी के बेनियाबाग मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करने से पहले जनता से कई सवाल पूछे. उन्होंने पूछा कि क्या आप 22 सालों में यहां जो हुआ उससे ख़ुश हैं? क्या उत्तर प्रदेश बदल सकता है? पिछले 22 सालों से हर बार चुनाव आते हैं, मगर कोई बदलाव क्यों नहीं होता? तीन बार मुलायम सिंह जी चार बार मायावती जी मुख्यमंत्री रहीं, मगर यह प्रदेश यह शहर वहीं का वहीं खड़ा है.
उन्होंने कहा कि मैंने अमेरिका, इंग्लैंड से पढ़ने के बाद सोचा कि देश के लोगों की मदद करूंगा. मैंने प्लानिंग कमीशन के लोगों से पूछा कि ग़रीबी का मतलब क्या होता है? इस पर आयोग और बड़े-बड़े अधिकारियों ने लम्बे-चौड़े जो जवाब दिए, वे मुझे ठीक नहीं लगे. वहीं गांव की एक महिला ने कहा कि पहले जब मेरे घर के दरवाज़े पर कोई आकर पूछता था कि अंदर कोई है तो मेरा जवाब होता था कि घर में कोई नहीं है. उस समय मैं ग़रीब थी. आज कोई पूछता है तो मैं अपना नाम बताती हूं. राहुल गांधी ने कहा कि जितना ज्ञान आम आदमी को है, गांव के लोगों में है उतना कहीं नहीं है.
उन्होंने कहा कि इस प्रदेश में जो विपक्ष के नेता हैं, वे सोचते हैं कि नेता देश चलाते हैं, ग़रीब सिर्फ़ देखता रहता है. पिछले 22 सालों में करोड़ों युवाओं की ज़िन्दगी बर्बाद हुई. यह सोचने वाली बात है. राहुल गांधी आपसे झूठ नहीं बोलेगा. इस प्रदेश को चमकाने में जुटना होगा. मेरे पास कोई जादू की छड़ी नहीं है, जिससे एक दिन में यह प्रदेश, यह शहर बदल जाए. इसमें समय लगेगा. मगर, मुलायम सिंह जी कहते हैं बुंदेलखंड को इजरायल में बदल देंगे. जब वहां सूखा पड़ा तब नहीं गए वहां. अब मुलायम सिंह जी कहते हैं कि बिजली मुफ्त दे देंगे. कहां से देंगे? 22 सालों से एक भी कारख़ाना नहीं बना यहां. आसमान से बिजली के तार जाएंगे क्या? ऐसे काम नहीं होता, बिना खून-पसीना बहाये केवल आपका समय ज़ाया होता है. इसके बाद उन्होंने कहा कि वायदे सुनने हैं तो मुलायम, मायावती और बीजेपी के लोगों के पास जाइये. उनके पास बहुत से वायदे हैं.
किसानों के बारे में राहुल गांधी ने कहा कि बैंकों ने किसानों के लिए दरवाज़े बंद कर रखे थे, क़र्ज़ नहीं देते थे. हमने किसानों का 60 हज़ार करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ कराया और किसानों के लिए बैंकों के दरवाज़े एक बार फिर से खोले. उसके बाद बुनकरों ने हमसे कहा कि आपने किसानों को इज्ज़त दी, किसान की तरह हम भी मेहनत करते हैं, मगर सपा और बसपा सरकारें हमें इज्ज़त नहीं देतीं.
उन्होंने कहा कि बुनकर हमारे देश की शान हैं, हमने इन्हें प्रधानमंत्री जी के पास ले जाकर इनकी समस्याएं बताईं. प्रधानमंत्री जी ने पूरी बात सुनने से पहले ही मदद दे दी. हज़ारों करोड़ रुपये का बुनकर पैकेज दिया. क़र्ज़ माफ़ी, 2 लाख की लिमिट वाले बुनकर क्रेडिट कार्ड, धागों पर छूट दिलवाई.
उन्होंने कहा कि हम चुनाव जीतकर आपके पास आए, आपसे पूछा तो आपने बताया कि जिस तरह से शहरों में लोगों के आसानी से रोज़गार मिल जाता है, ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोज़गार उपलब्ध होना चाहिए. इस तरह मनरेगा दिया. आधारभूत ढांचे बिजली, सड़क, पानी, सीवर जैसी सुविधाओं के लिए जेएनआरयूएम द्वारा हज़ारों करोड़ रुपये दिए, 20-25 रुपये नहीं. यह सोच आपकी थी, आपने बताया, हमने किया. उन्होंने बताया कि दो दिन पहले मैंने यहां रात काटी, सोचा शहर देख लूं. गंगा घाट पर गया. बनारस के घाट हमारी धरोहर हैं. मगर वहां की दुर्दशा और गंदगी देखकर बहुत तकलीफ़ हुई. अगर इसे साफ़ रखा जाए तो जिस तरह पूरी दुनिया से पर्यटक राजस्थान के जयपुर, अजमेर जैसी जगहों पर जाते हैं वैसे ही वाराणसी और उत्तर प्रदेश की दूसरी जगहों पर ज़्यादा संख्या में आने लगेंगे.
राहुल गांधी ने भाजपा के इंडिया शाईनिंग नारे पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 2004 में जब चुनाव हुए तो एनडीए के लोग आपके घरों में नहीं आए, आपके पास नहीं बैठे. 5 सालों तक राज किया और उनके सबसे बड़े नेता ने दिल्ली, लखनऊ में एसी कमरों में बैठकर सोचा कि अगर टीवी कह रहा है तो हिन्दुस्तान चमक रहा होगा. बाक़ी पार्टियां कहती रहीं कि ये कर देंगे, वो कर देंगे, यह बदल देंगे, वह बदल देंगे. हमने सबके लिए  काम करने का वादा किया. मैं उत्तर प्रदेश को बदलने आया हूं और जब तक बदल नहीं दूंगा तब तक हिलूंगा नहीं यहां से.
कांग्रेस महासचिव ने जनता से कहा कि मैं उत्तर प्रदेश के गांवों में ज़्यादा दिखाई देता हूं, दिल्ली में कम, क्यों?’’ इसका खुलासा करते हुए उन्होंने  बताया कि शहर, गांव को आम आदमी चलाता है. नेता या अफ़सर नहीं चलाते. अगर हिन्दुस्तान को आगे बढ़ाना है तो ग़रीब की, आम आदमी की आवाज़ को सरकार में शामिल करना होगा, तभी हम आगे बढ़ सकते हैं. आपने बताया कि बच्चे भूखे सो जाते हैं, ग़रीब आधी रोटी खाता है. आपकी बात को प्रधानमंत्री जी, सोनिया जी ने सुना और अब भोजन का अधिकार देने जा रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि हम बनारस को बदलने आए हैं, हम यहां नाटक करने नहीं आए. हमें और भी कई काम करने हैं. हम आपका समय ज़ाया नहीं करेंगे. मुझे करोड़ों अमीर मिले जो दिल के ग़रीब थे और करोंड़ों ग़रीब मिले जो दिल के अमीर थे. बड़े-बड़े होटलों, बिल्डिंगों में शक्ति नहीं होती. शक्ति आम आदमी के पास होती है.
उन्होंने कहा कि  आप इस देश के सबसे बड़े प्रदेश से हो. हरियाणा, दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र तक ने आपको विकास में पीछे छोड़ दिया. इन प्रदेशों में जहां भी प्रगति का काम हो रहा है, वहां उत्तर प्रदेश के लोग यह काम कर रहे हैं, चाहे वह केरल हो या हरियाणा. जहां पूछों कहेंगे कि गोरखपुर, कानपुर, इलाहाबाद से आए हैं. केरल में एक महिला से मैंने पूछा कि यूपी पीछे क्यों है? उसने कहा कि वहां के लोग विकास की बात नहीं करते. मुझे यूपी की जनता में कोई कमी नहीं दिखती, फिर भी 22 सालों से यहां कोई विकास नहीं हो रहा है.

स्टार न्यूज़ एजेंसी 
मिर्ज़ापुर (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने आज आदिवासी बहुल इलाक़े मड़िहान में एक चुनावी जनसभा के दौरान कहा कि 2004 में सरकार बनने के बाद जब हमें आदिवासियों ने बताया कि उनकी ज़मीनें उन्हें नहीं मिल रहीं, तो हमने ट्राइबल बिल को लागू किया, इसका फ़ायदा केरल, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में आदिवासियों को मिला, मगर उत्तर प्रदेश में नहीं मिला; क्योंकि लखनऊ में आदिवासी, आम आदमी, ग़रीब की सरकार नहीं है.
कलवारी खुर्द गांव के रामखेलावन सिंह पीजी कॉलेज मैदान में राहुल गांधी ने बड़ी संख्या में उन्हें सुनने आईं महिलाओं से विशेष रूप से कहा कि आप उत्तर प्रदेश को बदलिये, आपके बच्चे प्रदेश को बदलते हैं. आपमें शक्ति है, हम आपकी ख़ासतौर पर सुनेंगे. इसके बाद राहुल गांधी ख़त्म होने पर सीधे महिलाओं से मिलने जा पहुंचे और काफ़ी देर तक कई आदिवासी महिलाओं से उनकी समस्याओं के बारे में जाना तथा बात की.
राहुल गांधी ने कल पहले चरण में हुए भारी मतदान की चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में बदलाव आ रहा है. कल 60 फ़ीसदी वोट पड़े और जब चुनाव में 60-65 प्रतिशत वोट पड़ता है, तो बदलाव आता है.
कांग्रेस महासचिव ने लोगों को झकझोरते हुए कहा कि अगर आपको विकास चाहिए, यूपी में बदलाव चाहिए तो कांग्रेस पार्टी को चुनिये, नहीं तो बीएसपी को, गुंडे व भ्रष्टाचारियों को अपना समर्थन दे दीजिये.
उन्होंने लोगों से कहा कि 2007 में आपमें गुस्सा था मुलायम सिंह जी की सरकार के ख़िलाफ़, आपने उन्हें कहा कि निकलो यहां से और मायावती जी की सरकार बनवा दी, जिन्होंने बड़े-बड़े घोटाले किए.  अब चुनाव के समय मुलायम और मायावती जी आपके पास आकर वादे कर रहे हैं. पिछले पांच सालों में किसी ने देखा है इन्हें. बुंदेलखंड में सूखा पड़ा, टप्पल में किसानों पर अत्याचार हुआ, तब ये कहां थे? अब मुलायम सिंह जी कहते हैं बिजली मुफ्त दे देंगे. कहां से देंगे? 22 सालों से एक भी कारख़ाना नहीं बना यहां. आसमान से बिजली टपकेगी क्या? ये लोग 22 सालों से सिर्फ़ वादा करते हैं और चले जाते हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि हमने चुनाव के समय वादे नहीं किए, मदद की. बुनकर आए, हमने बुनकर पैकेज दिलाया. किसानों के विषय में उन्होंने कहा कि बैंकों ने किसानों के लिए दरवाज़े बंद कर रखे थे, क़र्ज़ नहीं देते थे, कहते थे, ‘जाओ आत्महत्या कर लो’, हमने किसानों का 60 हज़ार  करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ कराया और किसानों के लिए बैंकों के दरवाज़े एक बार फिर से खोले.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आपके पास आकर पूछा कि आप लोगों के लिए क्या किया जा सकता है? तो, आपने बताया कि जिस तरह से शहरों में लोगों के आसानी से रोज़गार मिल जाता है, ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोज़गार उपलब्ध होना चाहिए. इस तरह मनरेगा पैदा हुआ. इस पर जब जोरदार ताली बजी तो उन्होंने कहा कि सच में तो आपको ताली बजानी ही नहीं चाहिए. जिस प्रकार केरल, महाराष्ट्र, हरियाणा जैसे राज्यों में लोगों को फ़ायदा वैसा फ़ायदा यहां के लोगों को नहीं हुआ. कारण साफ़ है कि लखनऊ में कांग्रेस पार्टी की सरकार नहीं है. मायावती जी कहती हैं कि मनरेगा से किसी को कोई फ़ायदा नहीं होगा.
इससे पहले राहुल गांधी ने बताया कि 2004 में जब चुनाव हुए तो एनडीए के लोग आपके घरों में नहीं आए, आपके पास नहीं बैठे. 5 सालों तक राज किया और उनके सबसे बड़े नेता ने दिल्ली, लखनऊ में एसी कमरों में बैठकर सोचा कि अगर टीवी कह रहा है तो हिन्दुस्तान चमक रहा होगा. बाक़ी पार्टियां कहती रहीं कि ये कर देंगे, वो कर देंगे, यह बदल देंगे, वह बदल देंगे, जबकि कांग्रेस पार्टी ने आम आदमी, ग़रीब, मज़दूर, आदिवासियों की सरकार का एक वादा किया. हमने सबके लिए काम करने का वादा किया.
कांग्रेस महासचिव ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि इस बार युवा प्रत्याशी को जिताएं हम आपके पास आएंगे.  आपको दिखाई देंगे. बड़े-बड़े घरों में नहीं बैठे रहेंगे. 5 साल कांग्रेस पार्टी को दीजिये उत्तर प्रदेश बदलने के लिए.

स्टार न्यूज़ एजेंसी 
आज़मगढ़ (उत्तर प्रदेश). 
कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी ने ज़िले के नवाबगंज क्षेत्र में आज जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘हमारे पास सिर्फ़ जनता का भरोसा ही है, बाक़ी कुछ नहीं. हम किसी के साथ गले नहीं मिले. मैं यहां किसी से समझौता करने नहीं आया हूं. चुनाव जीतने नहीं आया हूं. मैं उत्तर प्रदेश को बदलने आया हूं और जब तक उत्तर प्रदेश बदलेगा नहीं, मै यहां से हटने वाला नहीं हूं. आप लोग कांग्रेस पार्टी को चाहे 2 सीट दो, 200 सीट दो या फिर 400 सीट, मुझे फ़र्क़ नहीं पड़ता. जब तक उत्तर प्रदेश में लोगों को न्याय नहीं मिलेगा, अस्पताल दुरुस्त नहीं होंगे, स्कूल सही ढंग से नहीं चलेंगे, तब तक मैं यहां से हटूंगा नहीं.
राहुल गांधी ने कहा कि ये सारे काम दो मिनट में नहीं हो सकते, मेरे पास जादू की छड़ी नहीं है, लेकिन ये काम असंभव भी नहीं है और इस काम को उत्तर प्रदेश के युवा पूरा करेंगे. आप और हम मिलकर उत्तर प्रदेश को बदलेंगे. इसके बाद बाक़ी प्रदेश भी देखेंगे कि उत्तर प्रदेश में ये क्या हो गया है?
राहुल गांधी ने बताया कि 2004 में कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली में सरकार बनाई. जिस वक्त चुनाव लड़ा जा रहा था, उस वक़्त हम आप लोगों के पास आए और सिर्फ़ एक ही वादा किया कि अगर दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनी तो वह ग़रीब, पिछड़ों और आम आदमी की सरकार होगी और हम जो भी काम करेंगे, सब लोगों के लिए करेंगे.
उन्होंने कहा कि क्योंकि हम जानते हैं कि देश की असली शक्ति आप लोगों में है. हम आपसे 20-25 वादे नहीं कर सकते थे. सरकार बनने के बाद हम लोगों के बीच गए, उनसे बात की और पूछा कि आप लोगों के लिए क्या किया जा सकता है? आप लोगों ने हमें बताया कि गांव में भी शहरों की तरह ही रोज़गार मिलना चाहिए, ताकि गांव के लोगों को रोज़गार की तलाश में दूसरे राज्यों में जाकर भटकना नहीं पड़े. इसके लिए हमने मनरेगा क़ानून बनाया. यह सोच आम जनता की थी. इस योजना में हर काम करने वाले व्यक्ति को 120 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से 100 दिनों तक कुल 12000 रुपए देने का प्रावधान किया गया. आपने हमें बताया, हमने किया.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आपके नेता चुनाव के वक़्त ही आपके पास आकर कहते हैं कि ये कर देंगे, वो कर देंगे, लेकिन करते कुछ भी नहीं. जो कुछ भी होता है, वह आप करते हो, क्योंकि उसमें आपकी शक्ति होती है, इसलिए नेताओं पर भरोसा नहीं होता. झूठे वादों से किसी का भरोसा नहीं किया जा सकता. अगर मैं अभी कहूं कि कल सुबह पूरे उत्तर प्रदेश में बिजली होगी, तो ऐसा कहने भर से भरोसा नहीं होगा. भरोसा तब होगा, जब आपके नेता आपके पास आएं, आपसे बात करें, आपसे समस्याएं पूछें और उनका समाधान करें. अगर नेता चुनाव के वक्त आकर काम करने लगें तो वह काम सच्चा काम नहीं होता. सच्चा काम वो होता है, जो शुरुआत से ही किया जाए.
राहुल गांधी ने कहा कि मनरेगा योजना लागू करने के बाद हम एक बार फिर लोगों के बीच आए और पूछा कि अब क्या करना है? आप लोगों ने ही हमें बताया कि किसान क़र्ज़ के साये में खौफ़ज़दा जीवन जी रहा है. इंदिरा जी ने सभी बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया था, लेकिन अब ज़रूरत पड़ने पर बैंक किसानों को क़र्ज़ नहीं दे रहें हैं, जबकि अमीरों को बैंक से आसनी से क़र्ज़ मिल जाता है, बैंक के दरवाज़े पूरी तरह से बंद पड़े हैं. हमने किसानों का 60 हज़ार करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ किया और एक बार फिर से उनके लिए बैंकों के दरवाज़े खोले, लेकिन उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती जी ने कहा कि इससे किसी को फ़ायदा नहीं होगा, सब कांग्रेस पार्टी का नाटक है. क्या यह हज़ारों करोड़ रुपये का नाटक लगता है? उन्होंने लोगों से ही सवाल किया.
कांग्रेस महासचिव ने बसपा समेत तमाम विपक्षी दलों को निशाने पर लेते हुए कहा कि बुंदलेखंड में जब सूखा पड़ा तो वहां किसानों का हाल जानने और उनकी मदद करने के लिए न तो समाजवादी पार्टी के लोग गए और न ही बहुजन समाज पार्टी के लोग. सिर्फ़ कांग्रेस पार्टी के लोग उनके बीच गए. वहां के ग़रीब लोगों ने आगे आकर बताया कि उनकी हालत बहुत नाज़ुक है और ऐसे में उनकी राज्य सरकार भी कोई मदद नहीं कर रही है. मैं उन्हें प्रधानमंत्री जी के पास ले गया और उनकी स्थिति के बारे में बताया. प्रधानमंत्री जी ने उसी वक़्त मेरा हाथ पकड़ कर कहा कि राहुल हम इनकी मदद करेंगे. दो मिनट भी नहीं लगे.
बुनकरों के बारे में राहुल गांधी ने कहा कि बुनकर हमारे पास आए और बताया कि उनके उद्योग बंद हो रहे है, मदद की सख्त ज़रूरत है. हमने उन्हें तुरंत राहत पैकेज दिलाया, लेकिन उन्होंने कहा कि यह पैसा सीधे उनके खातों में डाल दिया जाए तो मदद सही जगह तक पहुंचेगी, नहीं तो सारा पैसा लखनऊ में बैठा जादू का हाथी खा जाएगा. अब उनके राहत पैकेज का पैसा सीधे उनके खातों में जा रहा है. अगर हम उनके बीच गए नहीं होते, उनसे बात नहीं की होती तो हमें यह पता भी नहीं चलता.
आरक्षण के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 70 से ज़्यादा ज़िले हैं, लेकिन पूरे प्रदेश में मात्र एक ही अल्पसंख्यक डीएम है. हमने सच्चर आयोग की स्थापना की, आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के लोग पिछड़ गए हैं,  उन्हें सहायता देने की ज़रूरत  है. हमने उनके विकास के लिए करोड़ों रुपये भेजे, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए छात्रवृति भेजी, लेकिन किसी को कुछ नहीं मिला.
राहुल गांधी ने कहा कि ‘‘हम आप लोगों के लिए करोड़-100 करोड़ नहीं, बल्कि हजारों करोड़ रुपए भेजते हैं और इतने रुपयों से पूरे प्रदेश का विकास किया जा सकता है, लेकिन यह पैसा आप लोगों को नहीं मिलता. पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश की जनता को दबाकर रखा हुआ है. आप लोगों ने अपना हक़ मांगा तो नहीं मिला, इज़्ज़त मांगी, नहीं मिली, रोज़गार मांगा, वो भी नहीं मिला.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने लोगों को मनरेगा, ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन, बुंदेलखंड पैकेज, बुनकर पैकेज दिया और अब भोजन का अधिकार देने जा रहे हैं, जिसमें हर ग़रीब को 35 किलो अनाज देंगे, इससे पूरे हिदुस्तान में कोई भी भूखा नहीं रहेगा.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी पहले लोगों के पास नहीं गए और अब चुनाव सामने है तो कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल में बदल दूंगा. पहले यह काम क्यों नहीं किया? पहले वह ख़ुद लोगों के पास क्यों नहीं गए? जिस वक़्त बुंदेलखंड के लोग रो रहे थे, तब ये कहां थे? कहते हैं कि बिजली देंगे, पिछले 22 सालों में कोई कारख़ाना नहीं लगा उत्तर प्रदेश में, तो बिजली कहां से आएगी? आसमान से टपकेगी क्या?
आक्रोशित स्वर में राहुल गांधी ने कहा कि पहले मुलायम सिंह जी ने आरक्षण की बात नहीं की. जब कांग्रेस पार्टी ने आरक्षण की बात की और पत्रकारों ने उनसे इस बारे में सवाल किया, तो उस वक़्त भी कुछ नहीं बोले. जब हमने अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण दे दिया तो कहते हैं कि कम दिया, मैं होता तो ज़्यादा देता. मुलायम जी तीन बार मुख्यमंत्री रहे, तब उन्होंने इस बारे में बात भी नहीं की. जब उस वक़्त  उन्हीं की पार्टी में रहे राशीद मसूद जी ने इस बारे में बात की तो उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया.
राहुल गांधी ने बताया कि 2009 में समाजवादी पार्टी के लोग हमारे पास समझौते का प्रस्ताव लेकर आए थे. उन्होंने हमसे कहा कि आप लोग 5 सीटों पर ही चुनाव लड़ो, बाक़ी हमारे लिए छोड़ दो. दोनों मिलकर बसपा का सफ़ाया कर देंगे, आप दिल्ली में सरकार चलाना और उत्तर प्रदेश को हमें चलाने दो. उस वक़्त हमने उनका यह प्रस्ताव ठुकरा कर कहा कि हम उत्तर प्रदेश की जनता के सिवाय किसी और से समझौता नहीं करेंगे. समाजवादी पार्टी के लोगों ने मुझसे कहा कि राहुल जी आप अभी राजनीति में बच्चे हो, तो हमने उनसे कहा कि हम इस बारे में चुनाव के नतीजों के बाद बात करेंगे. जब चुनाव के नतीजे आए, तो कांग्रेस पार्टी को सपा से ज़्यादा सीटें मिलीं. इसके बाद उन्हीं लोगों ने मुझे फोन करके कहा कि ग़लती हो गई.

स्टार न्यूज़ एजेंसी 
वाराणसी (उत्तर प्रदेश).
कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस अब उत्तर प्रदेश की राजनीति की दिशा तय करेगी. आज वाराणसी में एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने पैरों पर खड़ी होकर इस प्रदेश को सही दिशा में ले जाएगी. उत्तर प्रदेश के पास ताक़त है बदलने की, उसे सिर्फ़ उम्मीद चाहिए. यहां लोगों को 22 सालों तक छला गया है. अब युवाओं की ज़िम्मेदारी है कि वे इसे जारी न रहने दें. यहां पर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है. मुझे लोगों की ताक़त का अहसास हुआ है,  युवाओं की शक्ति का अहसास हुआ है, यहां कमी है तो सिर्फ़ नेतृत्व की, जो उन्हें दिशा दे सके.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में उन्होंने सीखा है कि कैसे किसी बात पर डटे रहना चाहिए. मुझे मालूम है कि लोगों को बदलाव चाहिए और अब मुझे चुनाव के नतीजों की परवाह नहीं है.  मैं यहां तब तक रहूंगा, जब तक उत्तर प्रदेश बदल नहीं जाता.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसका यह मतलब नहीं है कि कांग्रेस चुनाव नहीं जीत रही है.  इसका सीधा मतलब है कि हम जीत रहे हैं. हमें बहुत अच्छे नतीजे मिलेंगे, क्योंकि लोग हमारी तरफ़ देख रहे हैं.  उत्तर प्रदेश  में जो 22 साल से हो रहा है, वह किसी अपराध से कम नहीं है और इसको रोकना होगा.
उन्होंने कहा कि  उत्तर प्रदेश में जो नेता हैं, वे जनता का सम्मान नहीं करते और आम आदमी की नहीं सुनते. वे समझते हैं कि उनके पास शक्ति है, जबकि नेता सिर्फ़ शक्ति का ट्रांसमीटर होता है. उनकी शक्ति शून्य है, मगर वे लोगों की बात सुनकर उसे ऊपर तक पहुंचाते हैं. मैं झूठा वादा नहीं करता और कुछ लोग मुझमें विश्वास करते हैं.
उन्होंने कहा कि मनरेगा हमारा विचार नहीं था, आप लोगों ने इसका विचार दिया और हमने उसे लागू किया.  उत्तर प्रदेश की बदहाली का असर पूरे देश पर पड़ रहा है, क्योंकि यह सबसे बड़ा प्रदेश है . इंडिया यहां की बदहाली की क़ीमत चुका रहा है, मगर अब ऐसा नहीं होगा. हम होने नहीं देंगे. राहुल गांधी ने कहा कि वह मुलायम सिंह और मायावती की इज्ज़त करते हैं और इनसे उन्होंने बहुत सीखा भी है, मगर यह दोनों नेता अब जनता के बीच नहीं जाते, उनका दर्द नहीं समझते. मैं उन पर कभी आक्षेप नहीं करता और जो कहता हूं, वह मैंने ख़ुद देखा है. अगर वे कहते हैं कि बुंदेलखंड को इस्राएल बना देंगे और मुफ्त बिजली देंगे, तो वे सच नहीं कह रहे हैं.
एक अन्य सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा की अब कांग्रेस केवल जनता से समझौता करेगी, किसी राज नीतिक दल से नहीं. उन्होंने कहा की मिशन 2012 केवल मीडिया की देन है. मेरा मिशन तो उत्तर पदेश बदलने का है. यहां ऐसी सरकार हो जो सबकी हो, सिर्फ़ प्रतिशत लोगों की नहीं, कभी चोर, कभी गुंडों की नहीं जिन्होंने यूपी का नाश किया है.
लोकपाल बिल पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह चाहते थे कि इलेक्शन कमीशन जैसी एक संवैधानिक संस्था बने जो स्वंतंत्र रूप से काम करे, मगर आडवाणी और कुछ अन्य नेताओं ने मज़ाक़ उडाया. गुजरात लोकायुक्त के ख़िलाफ़ है, मगर लोकपाल बन कर रहेगा, कोई चाहे या न चाहे. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि  कांग्रेस ने हमेशा इस पर कड़ा रुख़ अपनाया है और मंत्रियों तक को जेल भेजा है.
एक अन्य सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता प्रधानमंत्री बनने की नहीं है,  उनकी प्राथमिकता उत्तर प्रदेश को बदलने की है.

स्टार न्यूज़ एजेंसी
सिधौली (उत्तर प्रदेश). 
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने आज सिधौली विधानसभा क्षेत्र के भानपुर मैदान में एक जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने अपना संबोधन शुरू करने से पहले सभा में मौजूद तमाम अल्पसंख्यकों को  बारह रबीउल अव्वल की मुबारकबाद दी.
इसके बाद  उन्होंने ने लोगों से कहा कि विधानसभा चुनाव सबके सामने है, जो यह फ़ैसला करेगा कि अगले पांच सालों में उत्तर प्रदेश में क्या होगा? अब चुनाव आया है तो सबके वादे शुरू हो गए, कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल में बदल देंगे. अगर ख़ुद वहां गए होते तो वहां के लोग उनसे कहते कि हमें इजराइल नहीं, बुंदेलखंड चाहिए, पानी चाहिए, बिजली चाहिए, विकास चाहिए. उसके बाद इजराइल, बुंदेलखंड मांगेगा.
राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी कहते हैं कि बिजली मुफ्त में देंगे. कहां से देंगे? पिछले 22 सालों से कोई विकास नहीं हुआ, कोई कारख़ाना नहीं लगा, तो फिर बिजली आसमान से लाएंगे क्या? उन्होंने बताया कि मैं 2004 से राजनीति में हूं और उस समय के लोकसभा चुनावों में हमने लोगों से एक ही बात कही थी कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो वह आम आदमी की सरकार होगी. जो भी काम सरकार करेगी, ग़रीबों के बारे में सोचकर करेगी. हमारी नीयत साफ़ है, जो भी काम करेंगे, दिल से करेंगे.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि विपक्ष ने कभी दिल की बात नहीं की, साफ़ नीयत की बात नहीं की, बस कह दिया कि ये करेंगे, वो करेंगे. लोगों से 15-20 वादे कर दिए और कह दिया कि हिंदुस्तान चमक रहा है, आप लोगों के बीच नहीं आए, आपसे पूछा नहीं और टीवी देखकर दे दिया नारा, इंडिया शाईनिंग. अगर उन्होंने कहा होता कि हिंदुस्तान चमकेगा तो बात सही होती, क्योंकि चमक रहा है और चमकेगा में बहुत अंतर है.
राहुल गांधी ने कहा कि 2004 में सरकार बनने के बाद हम बैठे नहीं रहे, आपके पास आए, आपसे बात की और आपसे पूछा. आपने हमें बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार के लिए मनरेगा की ज़रूरत है. आपने हमें बताया और हमने किया. यह सोच भी आपकी ही थी, कांग्रेस पार्टी या किसी और की नहीं.
उन्होंने जनता से सवाल किया कि क्या आप लोगों ने पिछले पांच सालों में कभी मायवती जी को किसी गांव में देखा है या फिर कभी मुलायम सिंह जी को किसी किसान का हाथ पकड़ते हुए देखा है? जिसके जवाब में हज़ारों लोगों ने ‘नहीं' कहा.
राहुल गांधी ने कहा कि मनरेगा लागू करने के बाद कांग्रेस पार्टी को किसानों ने बताया कि इंदिरा जी ने बैंकों को राष्ट्रीयकृत किया. अब हमें पैसों की ज़रूरत होती है, तो बैंक से क़र्ज़ नहीं मिलता, भगा दिया जाता है. हम आपके पास आए और आपने यह बातें बताईं, तो हमने किसानों का 60 हज़ार करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ कराया, लेकिन मायावती जी कहती हैं कि कांग्रेस पार्टी का नाटक है. दूसरे राज्यों में, जहां कांग्रेस पार्टी की सरकार है, जाकर देखें तो पता चलेगा कि इससे किसी को फ़ायदा हुआ या नहीं. मुख्यमंत्री मायावती जी कभी अपने घर से बाहर ही नहीं निकलतीं, अगर निकलतीं, देखतीं कि मनरेगा का काम कैसा चल रहा है, तो उन्हें पता चलता.
राहुल गांधी ने कहा कि जब बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था, किसान रो रहे थे, तो वहां मुलायम सिंह जी नहीं गए, आपकी मुख्यमंत्री मायावती जी भी नहीं गईं, लेकिन हम गए, हमने उनसे बात की और आठ हज़ार करोड़ रुपये का पैकेज दिलाया, लेकिन वो पैसा चोरी हो गया. हमने किसानों के लिए ट्रैक्टर भेजे, वो मंत्रियों के बच्चो को मिले. हम उत्तर प्रदेश में विकास के लिए हज़ारों करोड़ रुपया भेजते हैं, लेकिन चोरी हो जाता है.
उन्होंने बताया कि मैं लोगों के बीच जाता हूं, उनसे बात करता हूं, तो वही लोग मुझे बताते हैं कि राहुल जी हमें मालूम है कि केंद्र से विकास के नाम पर हज़ारों करोड़ रुपया आता है, लेकिन यहां पर सब कुछ बंधा हुआ है, हम समझ सकते हैं. लेकिन आप हमारे बीच आते हो, हमसे मिलते हो, ऐसा कोई और नेता नहीं करता.
राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी समस्या यही है कि यहां नेता आप लोगों के बीच नहीं आते, आपसे बात नहीं करते, आपकी इज़्ज़त नहीं करते. मुझे आप लोगों को आपकी वहीं इज़्ज़त वापस दिलानी है. आप जो कह रहें हैं, मैं सुन सकता हूं, आपकी दिक्क़त को समझ सकता हूं और आपकी बात को दिल्ली तक पहंचा सकता हूं.
उन्होंने कहा कि आप लोग अपने परिवार को छोड़कर महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा जैसे राज्यों में रोज़गार की तलाश में जाते हैं. महाराष्ट्र में उत्तर प्रदेश के लोगों को शिवसेना के लोग पीटते हैं. उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले अपने मुंबई दौरे के दौरान रात के वक़्त सड़क पर उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझसे सवाल किया हमें उत्तर प्रदेश में रोज़गार कब मिलेगा?
राहुल गांधी ने कहा कि मैं यहां 50 वादे करने नहीं आया हूं, मैं सिर्फ़ एक बात कहने आया हूं, मैं उत्तर प्रदेश को बदलने के लिए आया हूं. मैं आपकी तरक्क़ी के लिए अपना पसीना दे सकता हूं. मैं आपके साथ खड़ा हो सकता हूं. मैं यह कह सकता हूं कि आप लोगों ने मुझे जो इज़्ज़त दी, प्यार दिया, उसे मैं कभी भी भूल नहीं सकता.
उन्होंने बताया कि अभी भानपुर आते समय मुझे रास्ते में एक जीप में झंडे लगाए हुए बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता दिखे. उस जीप में पीछे की सीट पर एक व्यक्ति बैठा था. मुझे देखकर उस व्यक्ति ने प्यार से मुझे नमस्ते की और मुझसे नज़र मिलाई. मैं जहां भी जाता हूं, मुझे ऐसे ही प्यार और सम्मान मिलता है.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि अब बदलने का वक़्त आ गया है.  अब आप लोग खड़े हो जाओ और लड़ जाओ, उत्तर प्रदेश के विकास के लिए. आप लोग हिंदुस्तान को दिशा दिखा सकते हो, एक दूसरे की इज़्ज़त करो. आपस में प्यार रखें, जात-पात को भूल जाएं.
राहुल गांधी ने कहा कि हम किसी से समझौता नहीं करेंगे, आप लोग कांग्रेस को चाहे एक सीट दो, चाहो 100 सीट दो, मैं हमेशा आप लोगों के साथ रहूंगा, यहां खड़ा रहूंगा. मुझे उत्तर प्रदेश को बदलने में चाहे पांच साल लगें, चाहे 20 साल, मैं बदल कर रहूंगा. दुनिया में केवल पांच ही ऐसे देश हैं, जो उत्तर प्रदेश से बड़े हैं. इसे बदलना है, हम मिलकर इसे बदलेंगे.


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