स्टार न्यूज़ एजेंसी
प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति चुनाव जीत गए हैं. उन्होंने एनडीए के उम्मीदवार पीए संगमा को करारी शिकस्त दी है. प्रणब मुखर्जी अब 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. कांग्रेस के लिए यह एक बड़ी कामयाबी है.
प्रणब मुखर्जी को कुल 69 प्रतिशत और पीए संगमा को 31 प्रतिशत वोट मिले. संसद भवन के हॉल नंबर 63 में वोटो की गिनती हुई. प्रणब मुखर्जी को 527 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी पीए संगमा के पक्ष में 206 सांसदों ने वोट डाले. 15 सांसदों के वोट अवैध घोषित किए गए हैं. सांसदों के वोटों की गिनती के बाद विधायकों के वोट गिने गए. प्रणब को मिले वोटों का मूल्य 7 लाख 13 हज़ार 763 है, जबकि संगमा को मिले वोटों का मूल्य 3 लाख 15 हज़ार 987 है. प्रणब मुखर्जी ने 3 लाख 97 हज़ार 776 मतों से चुनाव जीत लिया. तृणमूल कांग्रेस का समर्थन मिलने के बाद मुखर्जी की जीत और पुख्ता हो गई थी. प्रणब मुखर्जी को यूपीए के घटक दलों के साथ ही समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, वामपंथी दलों के साथ विपक्षी गठबंधन एनडीए के जद-यू और शिवसेना का भी समर्थन मिला.
राष्ट्रपति चुने जाने पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा कि इस चुनाव में आम चुनाव जैसा माहौल बन गया था. मैं उन तमाम लोगों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने पार्टी लाइन से आगे बढ़कर मेरा समर्थन किया. अपनी जीत की घोषणा के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है. मुझे पता चला है कि मुझे सात लाख से अधिक वोट मिले हैं. मैं इस महान देश के लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. पिछले एक महीने में मुझे देश के तमाम राज्यों की राजधानियों में जाने का मौक़ा मिला. मेरी बातचीत तो सिर्फ़ इलेक्टोरल कॉलेज के लोगों तक ही सीमित रही, लेकिन मुझे प्यार सभी का मिला. पिछले पांच दशकों के सार्वजनिक जीवन के दौरान मुझे इस दश के लोगों से, यहां की राजनीति से और संसद से बहुत कुछ मिला है. मैंने जितना इस देश को दिया नहीं उससे ज़्यादा मुझे मिला है. अब मुझे देश के राष्ट्रपति के रूप में संविधान की सेवा करने का मौक़ा मिला है. मैं अपने देश के लोगों के हित के लिए काम करने की पूरी कोशिश करूंगा. मैंने श्री पीए संगमा का बधाई संदेश टीवी पर सुना है. मैं उनको भी धन्यवाद करता हूं. राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद से ही प्रणब मुखर्जी के लिए बधाई संदेशों का तांता लगा हुआ है.
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने बेटे और कंग्रेस महासचिव राहुल गांधी के साथ उन्हें मुबारकबाद देने पहुंचीं. इसके अलावा प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार भी उन्हें बधाई देने पहुंचीं. पश्चिम बंगाल के बीरभूम में उनके पैतृक गांव से लेकर दिल्ली स्थित उनके निवास के बाहर जश्न का माहौल है.